माता-पिता अनावश्यक देरी से बेटी के विवाह के लिए परेशान हो जाते है एक सुयोग्य वर मिले -कन्या की उम्र निकली जा रही है कभी-कभी रिश्ते बनते-बनते टूट जाते है -तो आप पूरे श्रधा और विस्वाश से कुछ इन टोटको को अपनाए तो आपको बहुत ही कम समय में लाभ मिल सकता है -
कन्या को गुरूवार का ब्रत रखना चाहिए और पूरे दिन संयम से रह कर कोई भी पीली वस्तु कपडा,चने की दाल,हल्दी,गुड आदि में कोई वस्तु का दान अवस्य करे - वृहस्पतिवार ब्रत कथा पढ़े और केले के वृक्ष पे जल चढ़ाए -दिन में कदापि न सोये -शाम को एक समय गुड व चने का भोग लगाए और एक समय पीला भोजन करे -इस प्रकार इक्कीस गुरूवार का संकल्प ले के ब्रत करे-
रविवार को पीले कपडे में सात सुपाड़ी ,सात हल्दी की गाँठ ,सात गुड की ढेली,सात पीले फूल ,चने की दाल सत्तर ग्राम ,एक पीला कपडा 70 सेंटीमीटर ,सात पीले सिक्के और एक पन्द्रह का यंत्र ले कर माता पार्वती का पूजन करके इसे चालीस दिन घर में रक्खे -और माता पार्वती से विवाह शीघ्र होने की प्रार्थना करे -इन चालीस दिनों में ही विवाह के आसार बनने लगेगे -
सावन माह में शिवजी को रोजाना बेलपत्र चढ़ाए बेलपत्र संख्या 108 हो तो सबसे अच्छा और सार्थक परिणाम आता है -पूजन के पश्चात निर्माल्य का तिलक अवस्य लगाए तो शीघ्र और उत्तम विवाह के योग बनते है -
कन्या यदि सोमवार की रात्रि के 12 बजे के बाद कुछ भी ग्रहण नहीं करे यानी कि इस उपाय के लिये जल भी ग्रहण नहीं किया जाता. इस उपाय को करने के लिये अगले दिन मंगलवार को प्रात: सूर्योदय काल में एक सूखा नारियल लें-सूखे नारियल में चाकू की सहायता से एक इंच लम्बा छेद किया जाता है-अब इस छेद में 300 ग्राम बूरा (चीनी पाऊडर) तथा 11 रुपये का पंचमेवा मिलाकर नारियल को भर दिया जाता है- यह कार्य करने के बाद इस नारियल को पीपल के पेड के नीचे गड्डा करके दबा देना- इसके बाद गड्डे को मिट्टी से भर देना है तथा कोई पत्थर भी उसके ऊपर रख देना चाहिए-यह क्रिया लगातार 7 मंगलवार करने से व्यक्ति को लाभ प्राप्त होता है बस यह ध्यान रखना है कि सोमवार की रात 12 बजे के बाद कुछ भी ग्रहण नहीं करना है-
No comments:
Post a Comment