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Tuesday, October 20, 2015

ब्रेस्ट बेडौल क्यों है बनाए ये तेल -

लोगो की मांग थी कि कोई येसा तेल बताये जो आपके स्तन को सुडौल और पुष्ट और सही आकार में ला सके बहुत सी महिलाओं को नवजात शिशु को स्तन पान कराने से उनके स्तन बेडौल हो जाते है उनके लिए कुछ ख़ास उपाय है करे -




सामग्री :-



अरंडी के पत्ते - 50 ग्राम 

इन्द्रायन की जड़ - 50 ग्राम 

गोरखमुंडी - 50 ग्राम 

पीपल वृक्ष की अन्तरछाल - 50 ग्राम

घीग्वार (ग्वारपाठा) की जड़ - 50 ग्राम

सहिजन के पत्ते - 50 ग्राम

अनार की जड़ और अनार के छिलके - 50-50 ग्राम 

खम्भारी की अन्तरछाल - 50 ग्राम

कूठ और कनेर की जड़ - 50-50 ग्राम

केले का पंचांग - 10-10 ग्राम (फूल, पत्ते, तना, फल व जड़)

सरसों व तिल का तेल - 250-250 मिलीग्राम

शुद्ध देशी कपूर - 15 ग्राम



नोट- सभी सामान आयुर्वेद औषधि की दुकान पर मिल जाएगा-




बनाने की विधि :-

आप इन सब द्रव्यों को मोटा-मोटा कूट-पीसकर 5 लीटर पानी में डालकर उबालें। जब पानी सवा लीटर बचे तब उतार लें। इसमें सरसों व तिल का तेल डालकर फिर से आग पर रखकर उबालें। जब पानी जल जाए और सिर्फ तेल बचे, तब उतारकर ठंडा कर लें, इसमें शुद्ध कपूर मिलाकर अच्छी तरह मिला लें। बस दवा तैयार है-


कैसे प्रयोग करे :-


इस तेल को नहाने से आधा घंटा पूर्व और रात को सोते समय स्तनों पर लगाकर हलके-हलके मालिश करें। इस तेल के नियमित प्रयोग से 2-3 माह में स्तनों का उचित विकास हो जाता है और वे पुष्ट और सुडौल हो जाते हैं। ऐसी युवतियों को तंग चोली नहीं पहननी चाहिए और सोते समय चोली पहनकर नहीं सोना चाहिए। इस तेल का प्रयोग लाभ न होने तक करना चाहिए-



एक और प्रयोग :-



जैतून का तेल- 100 मिली

कड़वे बादाम का तेल- 100 मिली

काशीशादि तेल - 100 मिली (सभी आयुर्वेदिक दूकान से ले )


तीनो लेकर एक प्याली में थोडा-थोडा ब्रेस्ट की हल्के हाथों से गोलाई में मालिश करें। इस तेल का  प्रभाव के आने में दो से तीन माह लग जाते हैं लेकिन बहुत दिनों तक स्थायी रहने वाला प्रभाव मिलता है- 




अन्य और प्रयोग :-


छोटी कटेरी नामक वनस्पति की जड़ व अनार की जड़ को पानी के साथ घिसकर गाढ़ा लेप करें। इस लेप को स्तनों पर लगाने से कुछ दिनों में स्तनों का ढीलापन दूर हो जाता है-


बरगद के पेड़ की जटा के बारीक नरम रेशों को पीसकर स्त्रियां अपने स्तनों पर लेप करें तो स्तनों का ढीलापन दूर होता है और कठोरता आती है-


स्तनों की शिथिलता दूर करने के लिए एरण्ड के पत्तों को सिरके में पीसकर स्तनों पर गाढ़ा लेप करने से कुछ ही दिनों में स्तनों का ढीलापन दूर हो जाता है। कुछ व्यायाम भी हैं, जो वक्षस्थल के सौन्दर्य और आकार को बनाए रखते हैं-


असगंध और शतावरी को बारीक पीसकर चूर्ण बनाकर लगभग 2-2 ग्राम की मात्रा में शहद के खाकर ऊपर से दूध में मिश्री को मिलाकर पीने से स्तन आकर्षक हो जाते हैं-


कमलगट्टे की गिरी यानी बीच के भाग को पीसकर पाउडर बनाकर दही के साथ मिलाकर प्रतिदिन 1 खुराक यानी लगभग 5 ग्राम के रूप में सेवन करने से स्तन आकार में सुडौल हो जाते हैं-


गम्भारी की छाल 100 ग्राम व अनार के छिलके सुखाकर कूट-पीसकर महीन चूर्ण कर लें। दोनों चूर्ण 1-1 चम्मच लेकर जैतून के इतने तेल में मिलाएं कि लेप गाढ़ा बन जाए। इस लेप को स्तनों पर लगाकर अंगुलियों से हलकी-हलकी मालिश करें। आधा घंटे बाद कुनकुने गर्म पानी से धो डालें-


फिटकरी 20 ग्राम, गैलिक एसिड 30 ग्राम, एसिड आफ लेड 30 ग्राम, तीनों को थोड़े से पानी में घोलकर स्तनों पर लेप करें और एक घंटे बाद शीतल जल से धो डालें। लगातार एक माह तक यदि यह प्रयोग किया गया तो 45 वर्ष की नारी के स्तन भी नवयौवना के स्तनों के समान पुष्ट हो जाएंगे-

उपचार और प्रयोग-

Friday, October 02, 2015

मुंहासे दाग-धब्बे के लिए - For Acne Spots

एक्नें या मुंहासो की समस्या आम समस्या है । किशोर अवस्था में लड़के लड़कियां अक्सर इनसे परेशान रहते हैं।मुंहासों के हट जाने के बाद दूसरी बड़ी समस्या आती है इनसे होने वाले दाग-धब्बे। इन आसान घरेलू नुस्खों से आप इन दाग-धब्बों को आसानी से हटा सकते हैं-


एलाेवेरा के गुदाे काे निकालकर उसमे गुलाब का पानी मिलाकर लेप तैयार कर ले। इस लेप काे अपने चेहरे पर लगाने से पहलें, नीम के पानी से अपने चेहरे काे अच्छी तरह से धुल लें, फिर इस लेप काे अपने चेहरे पर लगा ले, १५-२० मिनट के बाद ताजा पानी से अपने चेहरे काे धुल लें, साफ़ सूती तौलिये से चेहरे काे पाेंछ ले। उसके बाद चेहरे पर थोड़ा गुलाब का पानी लगाकर चेहरे पर ऊपर से नीचे हल्के हाथों से ५ मिनट तक मसाज करें, आपका चेहरा खिल उठेगाँ-


25 मिली ग्लिसरीन और 25 मिली शुद्ध गुलाब जल में 5 ग्राम सल्फर पावडर मिलाएं। इस लेप को रात में चेहरे के दाग-धब्बे, मुंहासे पर लगाकर छोड़ दें। सबेरे पानी से चेहरा धोएं। इस लेप से एक हफ्ते में आप एक्ने की प्रॉब्लम से निजात पा सकते हैं। बेहतरीन रिजल्ट पाने के लिए सप्ताह में 3 बार इसे लगाएं।


जायफल को घिसकर दस पीसी काली मिर्च व थोड़े कच्चे दूध में मिलाकर पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं। दो घंटे बाद चेहरा धोलें।


सूखी हल्दी की गांठ को नींबू के रस में घिसकर लगाने से भी दाग- धब्बे तेजी से मिटने लगते हैं।


टमाटर के रस में रुई भिगोकर दागो पर मलें। या टमाटर में नींबू की दस-बारह बूंदे मिलाएं इस मिश्रण को चेहरे पर मलने से दाग- धब्बे दूर होते हैं।


त्वचा पर जहां पर चकते हो उनपर नींबू का टुकड़ा रगड़े या नींबू में फिटकरी भरकर रगड़े। इससे चकते हल्के पड़ जाएंगे और त्वचा में निखार आएगा।


त्वचा पर जहां पर चकते हो उनपर मुलतानी मिट्टी का लेप करें 10-15 मिनट के बाद चेहरे काे सामान्य ताजा पानी से धाेले, मुलतानी मिट्टी का लेप मुंहासों के दाग-धब्बाें काे कम करने का सबसे सरल आैर असरकारक उपचार हैं जिसका किसी भी तरह के त्वचा पर काेई Side-effect भी नहीं होता है-


मसूर की दाल और बरगद के पेड़ की नर्म पत्तियां पीसकर लेप करें।

उपचार और प्रयोग-





Tuesday, September 29, 2015

सुन्दरता के लिए घरेलू-प्रयोग -The home-use beauty

आजकल बाजारों में कई तरह की दवाइयां और तरह-तरह के Product आने लगे हैं कि लोगों ने आयुर्वेद को बिल्‍कुल नकार दिया है। लेकिन हमारे प्रकृति में इतने किस्म  के तत्‍व पाए जाते हैं, जो हमारी हर बीमारी को हर सकते हैं जबकि हमारी त्‍वचा (Skin) के लिए भी आयुर्वेद बहुत अच्‍छा माना जाता है-यह न तो महगां होता है और न ही इसको इस्‍तमाल करने में कोई नुकसान पहुंचता है-


पुराने जमाने में महिलाएं खुद को beautiful बनाने के लिए आयुर्वेद का ही सहारा लेती थीं -समाप्त और लुप्त होती आयुर्वेद के महत्व समझे और खूबसूरती को सदा बनाए रक्खे -




साफ त्‍वचा(Clear Skin):-

त्‍वचा (Skin ) पर अगर दाग-धब्‍बे (Smears) हैं तो चेहरे को क्रीम वाले दूध से रुई को डुबो कर चेहरे और पोर्स को साफ करें। इससे चेहरा साफ तो होगा ही साथ में पोर्स भी खुलेगें।

झुर्रियों के लिए(For Wrinkles):-


अगर आपको चेहरे पर पड़ी झुर्रियों को हटाना है तो आप नियमित कुछ समय तक अंरडी का तेल (Castor Oil) को अपने चेहरे पर लगाएं, इससे त्‍वचा बिल्‍कुल Soft हो जाएगी और झुर्रियां (Wrinkles) भी कम हो जाएगीं।

नेचुरल मॉस्‍चोराइजर(Natural Moschoraijr):-

साधारण त्वचा के लिए तो आप बस नेचुरल मास्‍चोराइजर बनाइये-एक कटोरे में चार चम्‍मच दही(curd) और कुछ बूंदे नींबू (Lemon ) और संतरे (Orange) की मिला कर अपने चेहरे पर मास्‍क के रुप में प्रयोग करें। इसको लगाने के बाद 15 मिनट के अंदर इस मास्‍क को हलके हाथो से रुई के दा्रा साफ कर लें।

स्किन कंडीशनर(Skin Conditioner):-

दो चम्‍मच क्रीम(Cream) लें और उसमें शहद(Honey) मिला लें। इस मिश्रण को अपने चेहरे(Face) पर पांच मिनट तक के लिए लगाएं और फिर गीले कपड़े या रुई(Wet cloth or cotton) से पोंछ लें।नियमित हफ्ते में दो या तीन बार अवस्य करे -

टोनर(Toner):-

यदि आप कच्‍चा आलू(Raw potatoes) ले कर अपने चेहरे पर लगाएगीं तो यह आपकी त्‍वचा को टोन करेगा और पिंगमेंटेशन(Pigmentation) की समस्‍या को भी दूर करेगा।

चेहरे पर बाल(hair on face):-


तिल का तेल (Sesame oil ) हल्‍दी पाउडर(Turmeric powder) और गेहूं के आंटे(Wheat flour) का सही मिश्रण मिला कर पेस्ट बनाए और लगाए -सूखने के बाद इसे रगड़ (Rub) छुडाये -

उपचार और प्रयोग-

बालो को प्राकतिक काला करे-

आज के खान -पान और रहन -सहन तथा मिलावटी वस्तुओ के सेवन से सभी लोगो में एक आम बीमारी बालो की देखने को मिल रही है कई लोगो की problem है


जिनके समाधान हेतु कुछ प्रयोग दिए जा रहे है -



ऑवलें का 50 ग्राम पाउडर लीजिये और उसको लोहे के काले रंग के बरतन में रखें और थोडा पानी मिलाकर पेस्ट जैसा बना दीजिये। इस पेस्ट को आपको पूरे one week के लिये रख देना है,और रोज एक बार इसमें, पुन: थोडा सा पानी मिलाकर अच्छे से चला दीजिये। इस तरहा एक सप्ताह में यह पेस्ट बिल्कुल काला हो जायेगा। तब आप इसको किसी भी अन्य डाई की तरह बालों में लगायें। यह प्रयोग 2-3 महीने तक लगातार कीजिये,बालों में प्राकृतिक रूप से काला रंग आने लगेगा।


मेथी के बीजों में फॉस्फेट, लेसिथिन और न्यूक्लिओ-अलब्यूमिन होने से ये कॉड-लिवर ऑयल जैसे पोषक और बल प्रदान करने वाले होते हैं। इसमें फोलिक एसिड, मैग्नीशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर, नियासिन, थियामिन, कैरोटीन आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं जो बालों की बेहतर सेहत के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। बालों में रूसी होने पर मेथी दानों को कुचलकर या ग्राईंडर में पीसकर चूर्ण बनाया जाए। लगभग 3 ग्राम चूर्ण लेकर इसमें पानी मिलाया जाए ताकि पेस्ट तैयार हो जाए। इस पेस्ट को बालों में लगाएं और आधा घंटे बाद धो लें, सप्ताह में 2 से 3 बार ऐसा करने से डेंड्रफ की समस्या से छुटकारा मिल जाता है।


नारियल और जैतून के तेल की बराबर मात्रा लेकर इसमें कुछ बूंदे नींबू के रस की मिला ली जाएं और इस मिश्रण से बालों की मालिश लगभग 10 मिनिट तक की जाए और फिर गर्म तौलिए से सिर को 3 मिनिट के लिए ढक लिया जाए, बालों से जुडी समस्याओं में काफी फायदा करता है।


बालों के रोग : -
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बरगद के पत्तों की 20 ग्राम राख को 100 मिलीलीटर अलसी के तेल में मिलाकर मालिश करते रहने से सिर के बाल उग आते हैं। हाँ अगर  अनुवांशिक न हो तो तीन माह  में आशातीत लाभ होता है .


बरगद के साफ कोमल पत्तों के रस में, बराबर मात्रा में सरसों के तेल को मिलाकर आग पर पकाकर गर्म कर लें, इस तेल को बालों में लगाने से बालों के सभी रोग दूर हो जाते हैं।


25-25 ग्राम बरगद की जड़ और जटामांसी का चूर्ण, 400 मिलीलीटर तिल का तेल तथा 2 लीटर गिलोय का रस को एकसाथ मिलाकर धूप में रख दें, इसमें से पानी सूख जाने पर तेल को छान लें। इस तेल की मालिश से गंजापन दूर होकर बाल आ जाते हैं और बाल झड़ना बंद हो जाते हैं।


बरगद की जटा और काले तिल को बराबर मात्रा में लेकर खूब बारीक पीसकर सिर पर लगायें। इसके आधा घंटे बाद कंघी से बालों को साफ कर ऊपर से भांगरा और नारियल की गिरी दोनों को पीसकर लगाते रहने से बाल कुछ दिन में ही घने और लंबे हो जाते हैं।


नीम एक बेहतरीन हेयर कंडीशनर भी होता है , नीम की पत्तियों को पानी में उबालने के बाद इसे पीस कर पेस्ट बना लें। अब इस नीम के पेस्ट में शहद मिलाकर इस पेस्ट को बालों में लगाने से रूसी की समस्या खत्म होती है और बाल बहुत ही मुलायम और चमकीले भी हो जाते हैं।


नीम का पेस्ट सिर में कुछ देर लगाए रखें। फिर बाल धो लें। बाल झड़ना बंद हो जाएगा।


बेसन मिला दूध या दही के घोल से बालों को धोएं। फायदा होगा।


दस मिनट का कच्चे पपीता का पेस्ट सिर में लगाएं। बाल नहीं झड़ेंगे और डेंड्रफ (रूसी) भी नहीं होगी।


अगर बाल असमय ही सफेद हो रहे हैं तो करेले का गाढा रस निकालें और उसे बालों पर लगाएं। ऐसा पूरे 10 दिनों तक करें और लाभ पाएं।


नीम और बेर के पत्तों को पानी के साथ पीसकर सिर पर लगायें व 2-3 घण्टों के बाद बालों को धो डालें. इससे बालों का झड़ना कम हो जाता है और बाल लंबे भी होते हैं.


लहसुन का रस निकालकर सिर में लगाने से नए बाल उगने लग जाते हैं.


त्रिफला के 2 से 6 ग्राम चूर्ण में लगभग एक चौथाई ग्राम लौह भस्म मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से बालों का झड़ना बन्द हो जाता है.


घने बालो के लिए आप  50 ग्राम कलौंजी 1 लीटर पानी में उबाल लें. इस उबले हुए पानी को ठंडाकर इससे बालों को धोएं. बाल 1 महीने में ही काफी लंबे हो जाते हैं.


सीताफल के बीज और बेर के बीज/पत्ते बराबर मात्रा में पीसकर बालों की जड़ों में लगाएं. ऐसा करने से बाल लंबे हो जाते हैं.


शिकाकाई और सूखे आँवले 25-25 ग्राम लेकर थोड़ा-सा कूटकर इन टुकड़ों को 500 ग्राम पानी में रात को डालकर भिगो दें. सुबह इस पानी को कपड़े के साथ मसलकर छान लें और इससे सिर की मालिश करें. मालिश करने के 10-20 मिनट बाद नहा लें. बालों के सूखने पर नारियल का तेल लगा लें. ऐसा करने से बाल लंबे, मुलायम और चमकदार बन जाते हैं. गर्मियों के मौसम में यह प्रयोग सही रहता है. इससे बाल सफेद नहीं होते व जिनके बाल सफेद हों तो वे भी काले हो जाते हैं.


आधी से 1 मूली रोजाना दोपहर में खाना-खाने के बाद, कालीमिर्च के साथ नमक लगाकर खाने से बालों का रंग साफ होता है और बाल लंबे भी हो जाते हैं. इसका प्रयोग 3-4 महीने तक लगातार करें.

नोट : मूली जिनको सूट न करती हो वे इसका प्रयोग न करें.


सूखे आँवले और सूखी मेंहदी को समान मात्रा में लेकर शाम को पानी में भिगो दें. प्रात:काल इससे बालों को धोयें. इसका प्रयोग लगातार कई दिनों तक करने से बाल मुलायम और लंबे हो जायेंगे.


अमरबेल : 250 ग्राम अमरबेल को लगभग 3 लीटर पानी में उबालें. जब पानी आधा रह जाये तो इसे उतार लें. सुबह इससे बालों को धोयें. इससे बाल लंबे होते हैं.


10 ग्राम आम की गिरी (गुठली ) को आँवले के रस में पीसकर बालों में लगाना चाहिए. इससे बाल लंबे और घुंघराले हो जाते हैं.


कपूर कचरी 100 ग्राम, नागरमोथा 100 ग्राम, कपूर तथा रीठे के फल की गिरी 40-40 ग्राम, शिकाकाई 250 ग्राम और आँवले 200 ग्राम. इन सभी का चूर्ण तैयार कर लें. इस मिश्रण की 50 ग्राम मात्रा में पानी मिलाकर लुग्दी (लेप) बनाकर बालों में लगायें. इसके पश्चात बालों को गरम पानी से अच्छी तरह धो लें. इससे सिर के अन्दर की जूं-लींकें भी मर जाती हैं और बाल घने तथा मुलायम होते हैं.


गुड़हल के पत्तों को पीसकर लुग्दी बना लें. इस लुग्दी को नहाने से 2 घंटे पहले बालों की जड़ों में अच्छी तरह मालिश करके लगायें और दो घंटे के बाद नहायें. इस प्रयोग को नियमित रूप से करते रहने से न केवल बालों को पोषण मिलता है, बल्कि मस्तिष्क में ठंड़क भी पहुँचती है.


रीठा, आँवला एवं सिकाकाई को आपस में मिलाकर बाल धोने से बाल सिल्की, चमकदार, रूसी-रहित और घने हो जाते हैं.


गुड़हल के ताजे फूलों के रस में बराबर मात्र में जैतून का तेल मिलाकर आग पर पकायें. जब जल का अंश उड़ जाये तो इसे शीशी में भरकर रख लें. रोजाना नहाने के बाद इसे बालों की जड़ों में मल-मलकर लगाना चाहिए. इससे बाल चमकीले एवं लंबे हो जाते हैं.


गुड़हल के पत्ते और फूलों को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर लेप तैयार करें. इस लेप को सोते समय बालों में लगाएं और सुबह धोयें. ऐसा कुछ दिनों तक नियमित रूप से करने से बाल स्वस्थ बने रहते हैं.


बालों को छोटा करके उस स्थान पर जहां पर बाल न हों भांगरा के पत्तों के रस से मालिश करने से कुछ ही दिनों में अच्छे काले बाल निकलते हैं. जिनके बाल टूटते हैं या दो-मुँहे हो जाते हैं उन्हें इस प्रयोग को अवश्य अपनाना चाहिए.


शंखपुष्पी से निर्मित तेल रोजाना नियमित रूप से बालों में लगाने से सफेद बाल काले हो जाते हैं.


ककड़ी में सिलिकन और सल्फर अधिक मात्रा में होते हैं जो बालों को बढ़ाते हैं. ककड़ी के रस से बालों को धोने से तथा ककड़ी+गाजर+पालक के मिक्स रस को पीने से बाल बढ़ते हैं. इस प्रयोग से नाखून गिरना भी बन्द हो जाता है.


त्रिफला के चूर्ण को भांगरा के रस में तीन उबाल देकर अच्छी तरह से सुखाकर खरलकर/पीसकर रख लें. इसे प्रतिदिन सुबह के समय लगभग 2 ग्राम तक सेवन करने से बालों का सफेद होना बन्द हो जाता है तथा इससे आँखों की रोशनी भी बढ़ती है.


आँवलों को दरदरा पीसकर चीनी-मिट्टी के प्याले में रखकर ऊपर से इतना भांगरे का रस डालें कि आँवले उसमें डूब जाएं. फिर इसे खरलकर सुखा लें. इसी प्रकार आँवलों को भांगरा रस में 7 उबाल देकर भी अच्छी तरह सुखाकर पीसकर रखा जा सकता है. प्रतिदिन 3 ग्राम चूर्ण ताजे पानी के साथ सेवन करने से असमय ही बालों का सफेद होना बन्द हो जाता है. यह आँखों की रोशनी को बढ़ाने वाला एवं उम्र को बढ़ाने वाला लाभकारी योग है.

उपचार और प्रयोग-

Thursday, September 10, 2015

नाख़ून की देखभाल करे -

लड़कियों को नाखून बढ़ाने का काफी शौक होता है. स्वस्थ और सुंदर नाखून आपके हाथों की सुंदरता बढ़ा देते हैं लेकिन सही आहार ना लेने के कारण नाखून कमजोर हो जाते हैं और टूटने लगते हैं. मुश्किल दौर में मजबूत नाखून महिलाओं के लिए एक हथियार का काम करता है. अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं, तो कुछ तरकीब अपना कर इस परेशानी से निजात पाया जा सकता है-



कैसे रखें नाखूनों को स्वस्थ:-
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सबसे पहले नाखूनों की समय पर सफाई करनी चाहिए.


नाखूनों को मजबूत करने के लिए विटामिन B7 युक्त भोजन लें. ये दाल और सब्जियों में भरपूर मात्रा में पाया जाता है. नाखूनों का बढ़ना वंशानुगत भी होता है। आप किस तरह का भोजन कर रहे हैं, कितने विटामिन आदि खा रहे हैं, इसका असर भी आपके नाखूनों पर पड़ता है। इसके अलावा कई हार्मोनल बदलावों से भी नाखून छोटे रह जाते हैं। आपको सबसे पहले अपना थॉयराइड टेस्‍ट कराना चाहिए और वंशानुगत कारण भी जानने के प्रयास करने चाहिए।


नाखूनों को मजबूत रखने के लि‍ए नारि‍यल तेल से मालि‍श करें। हर दि‍न फि‍टकरी की मालि‍श करने से भी नाखून मजबूत होते हैं।


मछली और दूध में विटामिन ए, पोटैशियम, फॉस्फोरस अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो नाखूनों के लिए फायदेमंद होते है. इसलिए इनका सेवन करना शुरु कर दें.
 

इन्हें हमेशा एमरी बोर्ड से ही फाइल करें.


फलियां, अंडे और सलाद के रूप में कच्ची सब्जियां खाएं. इनमें जिंक होता है जो नाखून मजबूत बनाते हैं.


नाखून पर जैतून का तेल लगाने से ये मजबूत होते हैं.


क्‍या आपके नाखून सही देखभाल करने के बाद भी टूट रहे हैं। कुछ महिलाओं के मुलायम नाखून होते हैं जो कि सही खान-पान न होने की वजह से होते हैं। अगर आप अपने नाखूनों को लंबा करना चाहती हैं और टूटने से बचाना चाहती हैं तो आहार में पोषक तत्‍व लेना बहुत जरुरी है। यहां तक की फंगल संक्रमण, पानी और मौसम के प्रभाव से नाखून का टूटना हो सकता है। जानिये-


नाखून टूटने का सबसे बडा कारण सूखी हवा या फिर पानी में अधिक देर तक घर और किचन का काम करते रहना आम वजह होती है। यह समस्‍या उम्र के सा‍थ और भी अधिक बढती जाती है क्‍योंकि नाखून का प्राकृतिक तेल खतम होता जाता है। अगर आपको लगता है कि आपको 10 मिनट से ज्‍यादा देर तक पानी में काम करना पडेगा तो हाथों में दस्‍ताने पहने। साथ ही नमी प्रदान करने के लिए हाथों में क्रीम या मॉस्‍चोराइजर लगाएं।


नाखूनों को मजबूत बनाने के लिए नेल स्‍ट्रेथनर लगाइये। इस प्रोडक्‍ट में केराटिन, विटामिन इ, पोषक तत्‍व जैसे की कॉपर, मैगनीश्यिम और कैल्शिम आदि मजबूती प्रदान करते हैं। आप चाहें तो इसको नेल पॉलिश या फिर सीधे नाखूनों के ऊपर ही लगा कर प्रयोग कर सकती हैं।


नाखून हमेशा साफ रखने चाहिए ।


नाखून को मजबूत बनाने के लिए कुछ देर के लिए गुनगुने दूध में डुबो  कर रखे।


नाखून साफ करने के लिए गर्म पानी में नींबू की कुछ बूंदे  डालें और थोड़ी देर तक अंगुलियां डुबो कर रखें, गंदगी निकल आएगी।


सफेद आयोडिन को रुई के फाहे में लगाकर नाखूनों के ऊपर एवं अंदर की तरफ लगाएं, नाखून मजबूत रहेंगे।


नाखून के किनारे यदि दर्द होता हो तो जैतून या बादाम का तेल से मालिश करे , आराम मिलेगा।


काम करते समय नाखूनों पर जोर न पड़ने दें, उन्हें सख्त चीजों से न टकराएं। इस तरह भी नाखूनों का टूटना रुक सकता है।


यदि आपके नाखून लंबे हैं तो इन्हें गंदा न रखें, क्योंकि बीमारी की जड़ भी गंदे नाखूनों में ही है।


अपने टूटे नाखूनों को अगर फाइल या शेप देना हो तो चार साइड वाले ग्रिट फाइलर से करे न कि मेटल के फाइल से। देखा यह गया है कि जो मेटल फाइलर होता है वह नाखूनों के लेयर को फाड देता है।


कमजोर नाखून होने का एक बड़ा कारण यह भी है कि आप के भोजन में सही प्रकार का पोषण नहीं है। भोजन में मल्‍टी विटामिन और मल्‍टी मिनरल शामिल करें। अगर आपके खाने में आयरन, कैल्शिम और विटामिन बी नहीं हैं तो नाखून जरुर टूटेगें। ओमेगा 3 फैटी एसिड जैसे मछली और वॉलनट नाखूनों को अंदर से नमी पहुंचाते हैं।


नाखून में सूखेपन की वजह से क्‍यूटिकल्‍स छिलने लगते हैं और धीरे धीरे नाखून कमजोर हो कर टूटने लगते हैं। अगर आपको नाखून मजबूत करने हैं तो उन पर दिन में चार बार मॉस्‍चोराइजर या लोशन लगाएं। याद रखें कि रात में सोने से पहले नाखूनों को लोशन से नमी प्रदान करना ही करना है।

उपचार और प्रयोग-

काले होठो की परेशानी -


काले होंठ एक बहुुत ही आम समस्या है, जो सुंदरता को बहुत ज्यादा प्रभावित करती है। इसका एक बड़ा कारण ज्यादा स्मोकिंग भी हो सकता है।



लड़का हो या लड़की गुलाबी होंठ किसी भी चेहरे की खूबसूरती को कई गुना बड़ा देते हैं। वहीं होंठ काले होने पर बहुत आकर्षक चेहरा भी ज्यादा सुंदर नहीं लगता। महिलाएं अपने होंठों के रंग को लेकर पुरुषों से ज्यादा जागरूक होती हैं।


इसके लिए वे ढेरों कॉस्मेटिक्स भी यूज करती हैं ताकि उनके होंठ गुलाबी और सुंदर दिखें। लिप ग्लॉस, लिप बॉम और लिपस्टिक जैसे कॉस्मेटिक्स थोड़े समय के लिए तो होंठों को खूबसूरत बना देते हैं, लेकिन इनके ज्यादा उपयोग से होंठ काले और ड्राय होने लगते हैं। इसीलिए होंठों को हमेशा गुलाबी बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका घरेलू नुस्खे हैं जो बिना किसी साइड इफेक्ट के होंठों को हमेशा गुलाब की पंखुड़ियों की तरह गुलाबी बनाए रखते हैं।


ऐसे छुटकारा पाएं काले होंठों से:-
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शहद और नींबू के रस को मिलाकर फ्रिज में रख लें। इस मिश्रण को अपने होंठों पर लगाएं। एक घंटे के लिए इसे लगा रहने दें।फिर होंठों को साफ कर लें। एक दिन में कम से कम दो बार इस मिश्रण को होंठों पर लगाएं। नींबू होंठों का कालापन कम कर देता है और शहद होंठों को कोमल और सुंदर बनाता है।


होंठों का सूखापन भी उनके काले होने का एक कारण होता है। ग्लिसरीन में नींबू मिलाकर होंठों पर लगाने से होंठों का कालापन दूर होता है। ग्लिसरीन लंबे समय तक होंठों को मुलायम बनाए रखता है।


पानी की कमी भी होंठों की रंगत खराब कर देती है। इसीलिए होंठों को खूबसूरत बनाए रखने के लिए रोज कम से कम आठ से दस गिलास पानी पीना चाहिए।


चुकंदर होंठों को गुलाबी बनाने के लिए एक बेहतरीन औषधि है। चुंकदर का एक टुकड़ा लेकर होंठों पर रगड़ें। इसके रस को एक घंटे तक होंठों पर लगा रहने दें। एक घंटा होने के बाद रस को साफ कर लें, धीरे-धीरे होंठ गुलाबी होने लगेंगे।


रोज अपने होंठों पर रात को सोने से पहले बादाम का तेल लगाएं। बादाम का तेल लगाने से होंठों का कालापन धीरे-धीरे खत्म हो जाता है।


नियमित रूप से होंठों पर खीरे का रस लगाने से भी कालापन दूर होता है।


नींबू एक नेचुरल ब्लीचिंग ऐजेंट का काम करता है। केवल नींबू का रस होंठों पर नियमित रूप से दो महीने तक लगाने से होंठों का कालापन दूर हो जाता है।


नींबू का रस और चीनी मिलाकर होंठों पर स्क्रब करने से भी होंठों का कालापन दूर हो जाता है।


शहद में थोड़ा गुलाबजल मिलाकर लगाएं। एक दिन में तीन बार इसका उपयोग करने से होंठ गुलाबी हो जाते हैं।


गुलाब की पंखुड़िया पीसकर उसमें थोड़ा शहद और मक्खन मिलाकर होंठों पर लगाएं। एक घंटे के लिए लगा रहने दें। फिर साफ कर दें।


रात को सोने से पहले होंठों पर शहद लगाएं। सुबह इसे गर्म पानी से साफ कर लें। दही, शहद और बेसन को मिलाकर पेक बनाकर होंठों पर लगाएं। सुखने पर साफ कर लें। होंठों की रंगत बदल जाएगी।


नींबू के रस में थोड़ी हल्दी मिलाकर होंठों पर लगाएं। दस मिनट बाद साफ क र लें।


गुलाबी होंठ पाने के कुछ और तरीके:-
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* अपने होंठों को हमेशा हल्के से स्क्रब करें।
* ज्यादा स्ट्रांग लिपग्लॉस और लिपस्टिक अवोइड करें।
* सोने से पहले अपने होंठों को क्लीन जरूर करें।
* उसके बाद होंठों पर थोड़ा माइश्चराइजर लगाएं।

उपचार और प्रयोग-

Saturday, August 29, 2015

घनी आईब्रो के लिए -

हर लडकी की यही चाहती होती है कि वह हिरोइन जैसी ही दिखें और ऎसे में भला सुंदर आई ब्रो को कैसे आकर्षण का केंद्र ने बनाऎ-




आईब्रो के गंजेपन की वजह से युवा वर्ग में रिश्ता न होने की समस्या भी बढ़ रही है।


इसके लिए वो हर जानकारी हासिल कर लेना चाहती है। अगर आपकी भी आई ब्रो हल्की है और आप उसे घना बनाना चाहती हैं तो इन प्राकृतिक चीजों का प्रयोग कीजिये और देखिये कि क्या सच-मुच फायदा हुआ।


रात को सोने से पहले रूई को दूध में भिगो कर अपनी आइ ब्रो पर उसके आस पास की जगहों पर लगाएं। इससे दूध से मिले प्रोटीन और विटामिन से बालों की जडों को पोषण मिलेगा और वह फिर से ग्रो करने लगेंगी।


नहाने से पहले या फिर रात को सोने से पहले मेथी को पीस लीजिये और उसे अपनी आई ब्रो पर लगा लीजिये। आप इसे पेस्ट में बादम का तेल भी मिला कर लगा सकती हैं, इससे आपकी त्वचा को नमी प्राप्त होगी।


कैस्टर ऑयल(अंडी का तेल ) का तेल को आप हल्के हाथों से इस तेल को अपनी आई ब्रो पर केवल 2-3 मिनट के लिये मसाज कीजिये और छोड दीजिये। इसके बाद चेहरे को हल्के गरम पानी और फेस वॉश से 30 मिनट के बाद धो लीजिये। अगर यह तेल लगाने पर जलन या परेशानी पैदा हो तो इसे ना प्रयोग करें।


ऎलोवेरा की ताजी पत्तियों को छील कर उसके अंदर के गूदे को निकाल कर अपनी आई ब्रो पर लगाएं। ऎसा करने से आई ब्रो की ग्रोथ बढने लगेगी और स्किन भी।

आपकी दाढ़ी के बाल कम है -

वैसे बिना दाढ़ी वाले चिकने और सपाट चेहरे में भी चुंबकीय आकर्षण होता है, बावजूद इसके कुछ पुरुषों को दाढ़ी से लगाव होता है। बड़ी संख्या में पुरुष अलग-अलग स्टाइल में दाढ़ी रखना पसंद करते हैं और उसे अलग-अलग तरह से उगाते भी हैं। ऐतिहासिक रूप से दाढ़ी को शक्ति का प्रतीक माना गया है। कड़ी और मजबूत दाढ़ी पुरुषों के ताकत से जुड़ी होती है। दाढ़ी मर्दानगी का प्रतीक है और हर पुरुष ऐसी दाढ़ी रखने में सफल नहीं हो पाते हैं।



दाढ़ी को बढ़ाना किसी की भी जिंदगी का एक खुशनुमा राज हो सकता है। सारे पुरुषों को दाढ़ी बढ़ाने का आसान तरीका पता नहीं होता है। हालांकि कुछ ऐसे तरीके हैं, जिसे अपनाकर आप दाढ़ी की वृद्धि दर को थोड़ा बढ़ा सकते हैं। दाढ़ी के बढऩे की गति और इसका घनापन आपकी उम्र और जेनेटिक पर निर्भर करेगा।


किसी किसी की दाढ़ी तेजी से बढ़ती है तो किसी की बिल्‍कुल ही नहीं बढ़ती, और किसी की बढ़ती भी है तो चेहरे के कुछ ही भाग पर।सामान्‍य रूप से दाढ़ी बढ़ाने के लिये युवक एक ही नुस्‍खा अपनाते हैं और वह है शेविंग। शेविंग जैसे नुस्‍खे अपना कर युवा वर्ग एक हद तक इस समस्‍या से निजात तो पा जाते हैं मगर चेहरे के अलग अलग हिस्‍सों की दाढ़ी जैसी समस्‍या से निजात नहीं मिल पाती।


हर युवक की यह कामना होती है उसकी दाढ़ी बढ जाये। मगर कभी कभी हारमोनल की कमी के कारण ऐसा नहीं हो पाता।अगर आप अपनी दाढ़ी को तेजी से बढ़ाना और मजबूत बनाना चाहते हैं तो आपको इसकी ठीक ढंग से देखभाल करनी होगी। दाढ़ी को जल्दी बढ़ाने के लिए जिंदगी की अन्य चीजों की तरह ही इसे भी जरूरी चीजें मुहैया करानी होगी और इसपर भी बराबर ध्यान देना होगा। अगर आप हफ्ते में कम से कम एक बार चेहरे की त्वचा का एक्सफोलिएशन करेंगे तो इससे दाढ़ी को तेजी से बढऩे में मदद मिलेगी। साथ ही आपको कुछ तेल के जरिए चेहरे का मसाज भी करना होगा, ताकि दाढ़ी को जरूरी पोषण मिले और इसे तेजी से बढऩे में मदद मिले।

कुछ येसे उपाय है आप इनको करे तो आपकी समस्या का समाधान हो सकता है :-
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ज्यदा प्रोटीन वाले भोजन खाना, तनाव न लेना और ज्यादा सोना दाढ़ी को तेजी से बढ़ने में मदद कर सकता है। प्रोटीन शरीर को ऐसे पौष्टिक तत्व उपलब्ध कराता है जो ज्यादा बालों को उगाता है और सोना इसलिए जरूरी है क्योंकि इसी समय पौष्टिक तत्व अपना काम करता है। साथ ही दिन में 8 ग्लास पानी पीने से भी घने और स्वस्थ बालों के विकास में मदद मिलेगी। बालों को झड़ने से रोकने के लिए जहां तक हो सके तनावमुक्त रहने की कोशिश करें।


अपने आहार और ब्यूटी प्रोडक्ट में विटामिन बी को शामिल करें। विटामिन बी1, बी6 और बी12 भी बालों को जल्दी बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही रोज बायोटीन का सेवन करें। यह भी बालों और नाखुनों को तेजी से बढ़ाने के लिए जाना जाता है।


प्राकृतिक रूप से घनी दाढ़ी पाने के लिये शेविंग एक अच्‍छा उपाय है। अगर आपके दाढी के बालों का विकास धीमी रफ्तार से हो रहा है तो बेहतर होगा कि एक सप्‍ताह में तीन बार शेविंग करें।


उल्‍टी दिशा में शेविंग करना ज्‍यादा असरदार होगा। इस तरह शेविंग करने से आपके बाल की विकास भी तेजी से होगी और आप जल्‍दी घनी दाढ़ी भी पा सकेंगे।अच्‍छा होगा कि आप उपर से नीचे की तरफ या फिर दायें से बायें तरफ शेविंग करें। मगर इस तरह की तकनीक अपनाने से पहले सावधान रहें क्‍योंकि रेजर से आपके स्किन कट भी सकती है।


चेहरे की बाल को बढ़ाने के लिये आंवले का तेल से चेहरे की मालिश करना एक अच्‍छा विकल्‍प है। आंवले की तेल से रोजाना अपने चेहरे की 20 मिनट तक मसाज करें और फिर उसे ठंडे पानी से धुल लें।


आंवले की तेल के साथ सरसो की पत्‍ती को मिलाकर भी मसाज किया जा सकता है। इसके लिये पहले आप सरसो की पत्‍ती का पेस्‍ट बना लें और फिर उसमें एकाद बूंद आंवला तेल मिक्‍स करें। इसके बाद उस पेस्‍ट को दाढ़ी वाले हिस्‍से पर लगायें और 20 मिनट के लिये छोड़ दें। ठंडे पानी से चेहरे को धुल कर उसे साफ कपड़े से साफ करें। ऐसा सप्‍ताह में 3 या 4 बार करने से आप घनी दाढी पा सकते हैं।


दालचीनी के पाउडर में नीबू का रस मिलाकर पेस्‍ट तैयार कर लें। इसे चेहरे पर लगाये और 15 मिनट के लिये छोड़ दें। फिर ठंडे पानी से चेहरा साफ कर सूती कपड़े से पोछ लें। ऐसा करने से आपके चेहरे की मासूमियत और नमी बनी रहेगी। हफ्ते में दो बार करने से घनी दाढ़ी और मासूमियत दोनों आसनी से पाया जा सकता है।


शेविंग के अलावा ट्रिमिंग के जरिये भी आप घनी दाढ़ी पा सकते हैं। ट्रिमिंग से आपको अनचाहें बालों से छुटकारा भी मिल जायेगा और आप के बालों की विकास भी तेजी से होगी।

Thursday, August 27, 2015

त्वचा को को कैसे निखार सकते हैं कुछ उपाय -

टमाटर के गूदे और दही दोनों को बराबर की मात्रा में ले कर पेस्ट बनाये -अब इस पेस्ट को आप चहरे और गर्दन पर लगाए -जब सूख जाए -इसे पानी से धो ले -कुछ दिन प्रयोग से आपका रंग साफ़ हो जाएगा -इससे कील और मुहांसे में भी फायदा होगा -साधारण है -हर्बल है -बिना साइड इफेक्ट के लाभ देगा -


जिन लोगों को हथेलियों और तलवों में जलन की शिकायत रहती है-पुदीना ठंडक का अच्चा स्रोत है-आराम मिलेगा-इसी तरह इस पेस्ट को चेहरे पर भी लगाया जा सकता है-गर्मियों में ये चेहरे को ताजगी और ठंडक प्रदान करेगा-

आटे का चोकर या फिर सूजी -चेहरे या हाथ पैरो  की स्क्रबिंग के लिए अच्छा विकल्प है इसको दही या मलाई में मिला-कर लगाए -तथा तौलिये से सूखने पे साफ़  करे - तेलीय त्वचा वाले छाछ और रुखी त्वचा वाले मलाई का प्रयोग का प्रयोग करे - तथा घर का बना ये स्क्रब आपकी त्वचा से ब्लेक हेड्स भी निकालने में आपकी मदद भी करेगा -

संतरे में विटामिन सी होता है -इसे खाने से त्वचा आपकी स्वस्थ रहती है -और इसके छिलकों को आप छाया में सुखा ले फिर इसका आप पावडर बना ले और इसे आप मलाई या दही या शहद में मिला के उबटन की तरह चेहरे पर लगाए -इससे आपके चेहरे की मृत कोशिकाए निकलेगी -

मुलायम त्वचा के लिए शहद और निम्बू का रस मिलकर लगाएं-इससे न सिर्फ त्वचा कोमल होगी बल्कि चेहरे पर चमक और रंग भी निखर जायेगा-ध्यान रहे,निम्बू की मात्रा ज्यादा न हो कभी कभी शहद की जगह निम्बू में मलाई की मात्र बड़ा सकते हैं-

खीरे को पीसकर चेहरे व गर्दन पे लगाये -सूखने पे धो ले -आपको चेहरे पे चमक के साथ ठंडक प्रदान करेगा-


अनार का जूस निकालकर बोतल में भरकर रख लें-इसका रस गर्मियों में टोनिंग,क्लीनिंग,त्वचा के रोमछिद्र खोलने में मददगार साबित होगा|इसका प्रयोग स्प्रे के माध्यम से भी कर सकते हैं-

Monday, August 24, 2015

सौंदर्य के लिये फायदेमंद दही-


अगर आपको अपनी उम्र छुपानी हो तो अपने चेहरे को एकदम दमकता हुआ सा बना लें। 




कॉस्मेटिक्स से आपके चेहरे की रंगत कुछ समय के लिए बरकरार रह सकती है लेकिन घर में मौजूद प्राकृतिक दही को चेहरे पर लगाने से उसकी रंगत हमेशा बरकरार बनी रहेगी। त्वचा की रंगत निखारने में दही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। 


दही खाना ना केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है बल्कि इसे शरीर पर उबटन या किसी फेस पैक में मिला कर भी लगाया जा सकता है। तो ऐसे में चलिये जानते हैं दही का त्‍वचा पर निखार किस प्रकार से होता है।


दही के गुण:-

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रूखी त्‍वचा के लिये दही- यदि आपकी त्वचा रूखी है तो आप आधा कप दही में एक छोटा चम्मच जैतून का तेल तथा एक छोटा चम्मच नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाकर गुनगुने पानी से चेहरा धोने से त्वचा का रूखापन समाप्त हो जाता है।



रंग साफ करे:-

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दही को आप किसी फेस पैक या फल के साथ मिला कर लगा सकती हैं या फिर ऐसे ही दही को त्वचा पर लगाकर त्वचा को गुनगुने पानी से धोने से आपकी त्वचा नर्म व मुलायम होती है। फलों व सब्जियों का पैक- एक कटोरी दही में आधी कटोरी गाजर, ककड़ी, पपीता आदि मौसमी फलों का रस मिलाकर चेहरे पर लगाने से आपकी त्वचा में निखार आएगा। आप चाहे तो मौसमी सब्जियों के रस को भी दही में मिलाकर पैक तैयार कर सकते हैं।


मुंहासे से मुक्‍ती दिलाए:-

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दही में एंटी बैक्‍टीरियल और एंटी फंगल गुण होते हैं। पिंपल से छुटकारा पाने के लिये दही को सीधे चेहरे पर लगाएं और इसे 30 मिनट के बाद धो लें।



झुर्रियां मिटाए:-

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अगर उम्र से पहले ही झुर्रियों ने अपना प्रकोप फैलाना शुरु कर दिया है तो इनकी रफतार को धीमा कर दें। झुर्रियों को प्राकृतिक तरीके से कम करें जिसके लिये दही का फेस मास्‍क लगाएं। इसमें मौजूद लैक्‍टिक एसिड मृत्‍य कोशिकाओं को दूर कर के पोर्स को टाइट करती हैं।



इस प्रकार गुणकारी दही से आपकी त्वचा में नई रंगत व चमक आती है। दही के साथ आप बेसन या चोकर मिलाकर भी चेहरे पर लगा सकती हैं। इस प्रकार दही का एक गुणकारी सौंदर्य प्रसाधन के रूप में प्रयोग कर आप अपनी त्वचा में निखार ला सकती हैं।

Sunday, August 16, 2015

शरीर पे तिल लाभ भी-

तिल के लाभ ज्योतिष की नजर में :-
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महिला के लिए :-
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जिस महिला के गाल पर तिल होता है, उसे अच्छा पति मिलता है।

महिला के बाईं तरफ मस्तक पर तिल हो तो वह किसी भाग्यवान की रानी बनती है।

आँख पर तिल हो तो पति की बहुत अधिक प्रिय होती है।

गाल पर बाँईं तरफ तिल हो तो ऐशो-आराम का सुख मिलता है।

कान पर तिल हो तो आभूषण पहनने का सुख मिलता है।

छाती पर तिल हो तो पुत्र की प्राप्ति होती है।

जाँघ पर तिल हो तो नौकर-चाकर का सुख मिलता है।

पाँव पर तिल हो तो विदेश यात्रा का योग रहता है।

मस्तक पर तिल हो तो हर जगह इज्जत मिलती है।

नाक पर तिल हो तो वह महिला रूपवान होती है, पर घमंडी होती है। 


पुरुष के लिए :-
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जिस पुरुष के सिर (मस्तक) पर तिल होता है, वह हर जगह इज्जत पाता है।

आँख पर तिल होता है तो वह नायक पद पाता है।

मुख पर तिल होता है तो उसे बहुत दौलत मिलती है।

गाल पर तिल हो तो उसे स्त्री का सुख मिलता है।

ऊपर के होंठ पर तिल हो तो धन पाता है तथा चारों तरफ इज्जत मिलती है।

नीचे के होंठ पर तिल हो तो वह व्यक्ति कंजूस होता है।

कान पर तिल हो तो वह खूब पैसे वाला होता है।

गर्दन पर तिल हो तो उस व्यक्ति की लंबी उम्र होती है तथा उसे आराम मिलता है।

छाती की दाहिनी तरफ तिल हो तो अच्छी स्त्री मिलती है।

दाहिने कंधे पर तिल हो तो वह व्यक्ति कलाकार होता है। क्षेत्र कोई-सा भी हो सकता।

हाथ के पंजे पर तिल हो तो वह व्यक्ति दिलदार व दयालु रहता है। 

पाँव पर तिल हो तो उस व्यक्ति के विदेश यात्रा का योग बनता है।

उपरोक्त में दाहिने और बाए का विचार के साथ -कभी-कभी अन्य क्रूर ग्रह से भी मिलने वाला फल देर से मिलता है-

उपचार स्वास्थ्य और प्रयोग -

Thursday, August 13, 2015

दुनिया की कोई भी क्रीम आपको गोरा नही बनाएगी-

सांवली त्वचा बेहद खूबसूरत लगती है लेकिन भारतीय समाज गोरे रंग को प्राथमिकता देता है।

इसीलिए हमारे यहां रंग गोरा बनाने वाली ढेरों क्रीम बिकती है। 


सच तो यह है कि हमारी त्वचा का रंग नहीं बदला जा सकता बस हम उसे साफ- सुथरी और निखरी हुई बना सकते हैं।

जरा सोचे कि जो क्रीम का प्रचार होता है अगर वो गोरा बना देती तो अफ्रीकन देश के लोग काले नहीं होते | ये व्यापार है जो सिर्फ भारत में ही फलता-फूलता है |

घरेलू उपचार करने के लिये आपको कोई भी मंहगी चीज नहीं खरीदनी पडे़गी। बस इसके लिये आपको अपने चेहरे का ख्‍याल रखना पडे़गा।


चेहरे की रंगत गोरी करने के लिये आपको दिन में कई बार चेहरा धोना, चेहरे पर फेस पैक लगाना या फिर नींबू, दही और पपीते से चेहरे की हर दिन मालिश करना आदि करना पडे़गा। ऐसा 7 दिनों तक करने से आपका चेहरा गोरा हो जाएगा। पानी पीना भी बहुत जरुरी है, जिससे शरीर की गंदगी बाहर निकले और आप प्राकृतिक रूप से ग्‍लो करने लगें। तो अगर आपको गोरा बनना है, तो इसके लिये अपनाइये हमारे दिये गए आसान से सुझाव।


आप एक बार आप मान लें कि दुनिया की कोई भी क्रीम आपको गोरा नहीं बना सकती। आपको जो त्वचा प्राकृतिक रूप से मिली है उसी को स्वस्थ और आकर्षक बनाने के जतन करने चाहिए।


बाजार की क्रीमों में ब्लीच होता है जो उतने ही समय के लिए उजला दिखाता है जितने समय आप उसे लगाते हैं। इन क्रीमों से त्वचा जल जाती है। धीरे-धीरे आप उसके एडिक्ट हो जाते हैं। हम बता रहे हैं त्वचा की रंगत निखारने के प्राकृतिक तरीके :-


चेहरे को धोएं चेहरे पर पड़ी धूल मिट्टी और गंदगी को हर वक्‍त साफ करें क्‍योंकि ऐसा न करने से चेहरा काला दिखने लगता है।


ऐसे कई फेस पैक्‍स हैं जो आपको 7 दिनों में गोरा लुक दे सकते हैं। लेकिन इसके साथ आपको स्‍क्रब का भी प्रयोग करना चाहिये जिससे स्‍किन का रंग प्राकृतिक तरीके से निखरे।


नींबू यह एक प्राकृतिक ब्‍लीच है जो आपको गोरा बना सकता है। या तो आप इसे डायरेक्‍ट चेहरे पर लगा सकती हैं या फिर इसे फेस पैक में डाल कर प्रयोग कर सकती हैं।


दही में प्रोबायोटिक तत्‍व होते हैं जो त्‍वचा को साफ कर के उसे अंदर से गोरा करते हैं। हर रोज दही से अपने चेहरे की मसाज करें।


सांवली त्वचा को सलोनी रंगत देने के लिए अपनी मजीठ, हल्दी, चिरौंजी 50-50 ग्रा. लेकर पाउडर बना लें। एक-एक चम्मच सब चीजों को मिलाकर इसमें 6 चम्मच शहद मिलाएं और नींबू का रस तथा गुलाब जल डालकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को चेहरे, गरदन, बांहों पर लगाएं और एक घंटे के बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो दें। ऐसा सप्ताह में दो बार करने से चेहरे का सांवलापन दूर होकर रंग निखर आएगा।


नींबू व संतरे के छिलकों को सुखाकर चूर्ण बना लें। इस पाउडर को हफ्ते में एक बार बिना मलाई के दूध में मिलाकर लगाएं, त्वचा में आकर्षक चमक आएगी।


 दूध में केसर या एक चम्मच हल्दी का सेवन करने से भी रक्त साफ होता है।


गर्मियों में संतरे का ज्यूस दो बार लेने से रंग साफ होता है।


दो छोटे चम्मच अनार के रस में चुटकी भर हल्दी व थोड़ी-सी मलाई मिलाकर फेंटें। इस लेप को चेहरे पर मले, 15-20 मिनट उपरांत गुलाब जल युक्त पानी से चेहरा धो लें। चेहरा गुलाबी-गुलाबी आभा से दमकने लगेगा।


नीबू व आलूबुखारे का रस उबले आलू में मिलाकर चेहरे पर मलें, त्वचा साफ व कोमल रहेगी।


पके परवल के गूदे को बारीक पीसकर उसमें कच्चा दूध मिलाकर चेहरे पर रगड़ें, सांवलापन दूर हो जाएगा।


सेब के रस में थोड़ा-सा बेसन मिलाकर चेहरे पर मलने से झुर्रियां व झाइयां दूर हो जाती हैं।


आंखों के नीचे का कालापन दूर करने के लिए कच्चे आलू की फांकें रगडऩे से काले धब्बे दूर हो जाएंगे।


गुलाब के फूल की पंखुडिय़ों को पीसकर लेप को ग्लिसरीन में मिलाकर चेहरे पर मलें, चेहरा गुलाब की भीनी-भीनी खुशबू के साथ गुलाबी-गुलाबी आभा में दमकने लगेगा।


माल्टा के रस में शहद व मलाई मिलाकर चेहरे पर लगाने से त्वचा चमकदार बनी रहेगी।


लाल टमाटर व नीबू के रस में मुल्तानी मिट्टी मिलाकर चेहरे पर लगाने से त्वचा की खुश्की दूर होती है।


कागजी नीबू के छिलके जांघों पर मलने से जांघें चिकनी-मुलायक तो होती ही हैं, रंगरूप भी निखरता है।


नाशपाती के गूदे को दूध में घोलकर, इसके लेप को चेहरे पर लगाकर रूई से रगड़ें, फिर गुनगुने पानी से धो लें, चेहरा खिल उठेगा।


रात्रि में सोने से पूर्व एक छोटे चम्मच दही में चुटकी भर हल्दी फेंटें, इसे हाथों पर मलें, हाथों का रंग रूप निखरने लगेगा।


ताजा लाल गुलाब का रस होंठों पर लगाने से होठों की आभा दमकने लगती है, नित्य गुलाब का रस मलने से होंठ फटते भी नहीं।

खट्टे फलों के गूदे हाथ-पैरों पर मलें, सूखने पर हाथ पैर धोलें, हाथ पैरों का सौन्दर्य खिल उठेगा।

सभी उपाय नियमित  कुछ  दिन  करने से परिणाम  आएगा  जादू  की अपेक्षा  न करे-

Wednesday, August 05, 2015

झाइयाँ व झुर्रियाँ का उपचार .?


त्वचा पर झाइयाँ पड़ जाएँ तो चेहरा कुम्हला जाता है तथा त्वचा रूखी, सूखी और खुश्क हो जाती है। झुर्रियों से त्वचा में सिकुड़न पड़ जाती है तथा आँखों के नीचे काले घेरे बनने की समस्या भी हो जाती है, जिससे अच्छा खासा चेहरा भी खराब नजर आता है।

ये है उपचार का तरीका:-
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सर्वप्रथम तो खट्टे, नमकीन, तीखे, उष्ण, दाहकारक, भारी, देर से हजम होने वाले तथा पित्त को कुपित करने वाले, मिर्च-मसालेदार पदार्थों का सेवन बंद कर दें।

पानी भरपूर पिएँ इससे आपका खून साफ रहेगा, खून खराब रहने पर ही इस प्रकार की बीमारियाँ होती हैं।

जायफल को पानी या दूध में घिसकर झाइयों पर लगाएँ।

अदरक को पीसकर झाइयों पर लेप करें व एक-दो घंटे रहने दें। स्नान करते समय इसे हल्के हाथ से निकालते जाएँ, पश्चात नारियल का 15 ग्राम हल्दी चूर्ण को बरगद या आक (आँकड़ा) या पीपल के दूध में मिलाकर गूंथ लें। रात को सोते समय चेहरे पर इसका लेप करें तथा सुबह चेहरा धो लें। कुछ दिनों तक ऐसा करने से झाइयाँ दूर हो जाती हैं तेल लगा लें। कुछ दिन ऐसा करने से झाइयाँ दूर हो जाती हैं।

हल्दी चूर्ण, बसेन तथा मुलतानी मिट्टी समान भाग मिलाकर जल में घोलकर पेस्ट बना लें तथा इस पेस्‍ट का झाइयों पर लेप करें. आधे घंटे बाद कुनकुने पानी से धो डालें।

घृतकुमारी (Aloe Vera) यानी ग्वारपाठा का गूदा गाय के दूध में मिलाकर झाइयों पर लेप करें। लेप लगाने के बाद आधा घंटे लगा रहने दें। इसके बाद कुनकुने पानी से साफ कर दें। इसी तरह चंदनादि लेप का प्रयोग भी किया जा सकता है।

सुबह शौच के बाद खाली पेट एक ताजी मूली और उसके कोमल पत्ते चबाएं। थोड़ी सी मूली पीसकर चेहरे पर मलें। यह दोनों प्रयोग साथ-साथ एक माह तक करें व फर्क देखें।

प्याज के बीज पीसकर शहद के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाकर धीरे-धीरे मलें। 2-3 दिन यह क्रिया दोहराते रहें, इससे झाइयाँ दूर हो जाएँगी और त्वचा की कांति लौट आएगी।

15 ग्राम हल्दी चूर्ण को बरगद या आक (आँकड़ा) या पीपल के दूध में मिलाकर गूंथ लें। रात को सोते समय चेहरे पर इसका लेप करें तथा सुबह चेहरा धो लें। कुछ दिनों तक ऐसा करने से झाइयाँ दूर हो जाती हैं।

किसी भी एक नुस्खे का प्रयोग करें, सारे नुस्के एक साथ न आजमाएँ।

उपचार स्वास्थ्य और प्रयोग-

Sunday, August 02, 2015

झाइयाँ आसान घरेलू उपाय -Simple-home-remedy-finelines

झाइयाँ आसान घरेलू उपाय -Simple-home-remedy-finelines :-


झाइयाँ(Finelines) अक्सर बढ़ती उम्र के साथ बढ़ती जाती हैं, जो देखने में अच्छी नहीं लगती हैं। तेज धूप के कारण और शारीरिक स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण भी चेहरे पर झाइयाँ पड़ जाती हैं। झाइयों की समस्या से घरेलू उपचार द्वारा आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।





झाइयों को समाप्त करने के कुछ घरेलू उपाय इस प्रकार जिन्हें आप आजमा सकते हैं:-


जिन लोगो को रात को नींद नही आती है उनके चेहरे पर झाइयाँ पड़ जाती हैं, जिन्हें दूर करने के लिए रात को सोने से पहले चेहरे को अच्छी तरह धोएँ। तदुपरांत एक चम्मच मलाई में तीन या चार बादाम पीसकर दोनों का मिश्रण बना लें, फिर इस मिश्रण को चेहरे पर लगाकर हल्के हाथों से मसाज करें और सो जाएँ। प्रातः उठकर बेसन से चेहरे को धो लें। इस प्रयोग से आपको आश्चर्यजनक लाभ होगा।


एक चम्मच दुध की ठंडी मलाई में नींबु के रस की चार पाँच बूंदें मिलाकर झुर्रियाँ पर सोते समय अच्छी तरह मलें। फिर गुनगुने पानी से चेहरा अच्छी तरह धोएं और बाद में तौलिए से रगड-पोंछकर सुखा लें। इसके बाद मलाई दोनों हथेलियों से तब तक मलते रहें जब तक कि मलाई घुलकर त्वचा में रम न जाए। आधा घण्टे बाद पानी से धो डालें परन्तु साबुन या शम्पू का प्रयोग न करें। रोज 15-20 दिन तक नियमित प्रयोग से झुर्रियाँ दुर होती हैं तथा चेहरे के काले दाग मिट जाते हैं।


खरबूज के बीज व छिलकों को थोड़ा पानी मिलाकर बारीक पीस लें। अप इस लेप को चेहरे पर 15 मिनिट तक लगा रहने दें। फिर पानी से चेहरा धो लें। इस पैक को रोजाना चेहरे पर लगाने से आपके चेहरे की झाइयाँ दूर होंगी।


झाइयाँ अकसर पेट की खराबी से होती हैं या फिर अधिक तनावग्रस्त रहने से. खुश रहें, चिंता न पालें, पानी खूब पिएँ, दिन में कम से कम एक बार नीबू निचोड़कर पिएँ।


चेहरे की झाइयाँ दूर करने के लिए आप आधा नीबू व आधा चम्मच हल्दी और दो चम्मच बेसन लें। अब इन चीजों को आपस में अच्छी तरह मिलाकर पेस्ट-सा बना लें। अब इस मिश्रण का मास्क चेहरे पर तीन या चार बार लगाए। झाइयाँ समाप्त हो जाएँगी और आपका चेहरा भी निखर जाएगा।


आधी कटोरी उड़द की दाल के पावडर में दो चम्मच गुलाबजल, एक चम्मच ग्लिसरीन व दो चम्मच बादाम रोगन मिलाकर इस लेप को चेहरे पर कुछ देर लगाकर रखें फिर हल्के गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।


जौ का आटा और शहद का गाढ़ा पेस्ट बनाकर चेहरे, गले, हाथ पर लगायें। थोड़ा सूख जाने के बाद इस पेस्ट के उपर दही का लेप लगायें। लगभग 30 मिनट बाद गुनगुने पानी से चेहरा, गला, हाथ साफ कर लें। ऐसा करने से चेहरे, गला, हाथ पर जो दाग होते हे वह साफ हो जाते है एवं चेहरे पर झुरियां भी नहीं पड़ेगी।


सेब को महीन पीस लें फिर उस में शहद तथा जौ का आटा मिलाकर हल्की आंच पर गर्म कर लें। इस गुनगुने पेस्ट को चेहरे पर लगायें, लगभग ३० मिनट में यह पेस्ट चेहरे पर सूख जाता हैं। इसे पहले गुनगुने पानी से धो लें, फिर शीतल जल से धो लें। ऐसा करने से चेहरा आकर्षक दिखायी देता हैं।


सफेद जीरा, काला जीरा, सरसों और काला तिल बराबर मात्रा में लेकर गाय के दूध में पीसकर उबटन करने से झाइयाँ और चेहरे के दाग दूर हो जाते हैं। चेहरा खिल उठता है


दिन में एक गिलास गाजर का रस बिना नमक-मिर्च मिलाए पिएँ, इससे चेहरा तो सुर्ख सफेद होगा ही, साथ ही झाइयाँ भी समाप्त हो जाएँगी।


कच्चे दूध मे रुइ या मुलायम कपड़ा भिगोकर चेहरे, गर्दन, हाथों के त्चचा पर धीरे धीरे मलें । 10 - 15 मिनट के बाद त्वचा ठंडे पाने से धो लें। निरंतर इस प्रयोग से चेहरे की झूर्रियों दूर हो कर चेहरा स्निकग्ध व कोमल बन जाता है।


बरगद का दूध चेहरे पर प्रतिदिन मलें। बीस मिनट बाद ठंडे पानी से धो डालें। बरगद के दूध में बहुत शक्ति व शीतलता होती है। इससे एक सप्ताह में आपकी छाइयाँ समाप्त हो जाएँगी। ध्यान रहे ये दूध बालों में न लगने पाए।


गुनगुने पानी मे थोडा सा शुद्ध चनेका बेसन को घोल कर पेस्ट सा बना लें, इसे चेहरे के त्चचा पर मल कर त्चचा साफ कर लें । अब एक चम्मच शहद नीचे से उपर की तरफ लगाए। आधे घंटे बाद चेहरे व शहद लगे अन्य भागों को धो दें। यह प्रयोग लगातार 6 -7 सप्ताहह करते रहने से बढती उम्र के कारण उत्पन्न झूर्रियों दूर होती है।


पके हुए पपीते का एक टुकडा काटकर चेहरे पर घिसें या गूदा मसलकर चेहरे पर लगाएं। कुछ देर बाद स्नान कर लें। कुछ दिन लगातार ऐसा करने से चेहरे की झुर्रियाँ, धब्बे, दूर होते हैं, मैल नष्ट होता है। व मुहाँसे मिटकर चेहरे की रंगत निखरती है।


दो चमम्च मुलतानी मिट्टी, दो चमम्च चने का बेसन तथा गुलाबजल मिला लें। पेस्ट को गले-चेहरे पर अच्छी तरह से लगाकर 30 मिनट लगा रहने दें, और सूखने के बाद इसे धो लें । ऐसा कर ने से चहरे के रोम कूप खुलते है जिससे चेहरा स्वस्थ्य और सुंदर होता है।


चेहरे की झाइयाँ, काले दाग, कील मुहासे आदि को भी तुलसी का उपयोग करके समाप्त किया जा सकता है। इसके लिए तांबे का एक बर्तन लें। इस बर्तन में नींबू का रस भरकर एक दिन के लिए रख दें। एक दिन बाद नींबू रस की मात्रा के समान तुलसी का रस और काली कसौंदी का रस डालकर धूप में रख दें, जब यह गाढ़ा हो जाए तब इसे चेहरे पर लगा लें। इसे चेहरे पर लगाने से चेहरे की झाइयाँ, कील मुहांसे, काले दाग आदि नष्ट हो जायेंगे और आपका चेहरा निखरने लगेगा।


सांवली त्वचा को सलोनी रंगत देने के लिए अपनी मजीठ, हल्दी, चिरौंजी 50-50 ग्रा. लेकर पाउडर बना लें। एक-एक चम्मच सब चीजों को मिलाकर इसमें 6 चम्मच शहद मिलाएं और नींबू का रस तथा गुलाब जल डालकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को चेहरे, गरदन, बांहों पर लगाएं और एक घंटे के बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो दें। ऐसा सप्ताह में दो बार करने से चेहरे का सांवलापन दूर होकर रंग निखर आएगा।


नींबू व संतरे के छिलकों को सुखाकर चूर्ण बना लें। इस पाउडर को हफ्ते में एक बार बिना मलाई के दूध में मिलाकर लगाएं, त्वचा में आकर्षक चमक आएगी।


शहद भी  त्वचा की झुर्रियां मिटाने में बड़ा सहायक है। यह खुश्क त्वचा को मुलायम कर रेशमी व चमकदार बनाता है। चेहरे पर शहद की एक पतली तह चढ़ा लें। इसे 15-20 मिनट लगा रहने दें, फिर कॉटनवूल भिगोकर इसे पोंछ लें। तैलीय त्वचा वाले शहद में चार-पांच बूंद नीबू का रस डालकर उपयोग करें।


चेहरे के निखार को बरकरार रखने के लिए पपीता भी बहुत काम का फल है। आपकी पाचन क्रिया को संतुलित रखने के साथ-साथ ये आपके चेहरे को भी बेदाग बनाता है। साथ ही उसमें गजब का निखार लाता है। अगर आपके चेहरे पर काले-काले धब्बे हो गए हों तो खीरे, पपीता और टमाटर का रस बराबर मात्रा में मिलाकर चेहरे पर लेप करें। जब यह लेप सूख जाएँ तो इसे दूसरी बार फिर से चेहरे पर लगाएँ। इस प्रकार सूखने पर तीन-चार बार इस लेप को चेहरे पर लगाएँ। चेहरे पर लेप को बीस मिनट लगा रहने के बाद चेहरा ठंडे पानी से धो लें। सात-आठ दिन लगातार इस क्रिया को दोहराएँ। आप पाएँगे कि धीरे-धीरे आपके चेहरे के सारे धब्बे गायब हो गए हैं। त्वचा भी निखर उठी है।


चेहरे पर झुर्रियों हों ही न ऐसा करने के लिए अंकुरित चने व मूंग को सुबह व शाम खाएँ। इनमें विद्यमान विटामिन 'इ' झुर्रियाँ मिटाने और युवा बनाये रखने में विशेष सहायक होता है।


संतरे के छिल्कों का महीन चुर्ण को गुलाब जल में मिलाकर बनाये गये घोल का लेप करने से चेहरे के मुंहासे नष्ट होते हैं तथा चेचक के दाग भी दूर होते हैं।


तुलसी के पत्तों के रस को अदरक में मिलाकर चेहरे पर लगाने से मुंह के दाग धब्बे मिट जाते हैं


तुलसी का उपयोग मुहांसों को मिटाने के लिए भी किया जा सकता है। इसके लिए तुलसी के पत्तों को संतरे के रस में पीसकर रात्रि में सोते समय चेहरे पर लगा लें। सुबह उठकर गुनगुने पानी से चेहरा धोलें। ऐसा करने से चेहरे के मुहांसे कुछ ही दिनों में मिट जायेंगे और चेहरे में निखार भी आ जाएगा।


संतरे के छिल्कों को छाया में सुखाकर बनाया गया बारिक चूर्ण और बराबर मात्रा में बारीक पिसी हुई मुल्तानी मिट्टी दुगुनी मात्र में मिलाकर मिश्रण बना लें। इस मिश्रण को पन्द्रह मिनट पानी में भिगोने के बाद गाढ़ा घोल बना लें और इसका मुहांसों पर लेप करं। दस मिनट लगा रहने के बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें. इस प्रकार 4 - 6 सप्ताह के प्रयोग से मुंहासे नष्ट हो जाते हैं।


रात को सोने के एक घण्टा पहले एवं प्रात: स्नान एक घण्टा पहले चहरे और गले पर शहद की मालिस करने से त्वचा के रूखेपन, तैलीयपन से मुक्ति मिलती है तथा त्वचा एवं चेहरा चमकदार होता है। शहद जब सूखने लगे तो पानी से धो लें.


स्नाान करने के बाद जैतून के तेल से त्चचा की मालिश करें। उंगलियों के पोरो को तेल मे डुबाकर झूर्रियों के विपरित दिशा मे मालिश करने से त्वचा की झूर्रियों दूर होती है।


झाइयाँ अकसर पेट की खराबी से ही होती हैं या फिर अधिक तनावग्रस्त रहने से। अत: हमेशा खुश रहें, चिंता को पास न फटकने दें, खूब पानी पिएँ, दिन में कम से कम एक बार नीबू निचोड़कर पिएँ।


बथुए की भाजी को पानी में उबालकर उस पानी से हाथ-पैर धोने से त्वचा मुलायम हो जाती है।


नाभि में प्रतिदिन सरसों तेल या शुद्ध घी रात में लगाकर थोड़ी देर मालिश करें, इससे होठ नहीं फटते। होंठ मुलायम, चमकीले व गुलाबी हो जाते हैं।


रात को फटी बिवाइयों में गुनगुने तेल में मेहंदी चूर्ण मिलकर भरें, दो-तीन बार के प्रयोग में ही लाभ होगा। तलवें और एडियाँ मुलायम हो जायेंगे।


झाइयों को समाप्त करने के लिए आप भोजन में सलाद का नियमित प्रयोग करें।
ताजा टमाटर काटकर चेहरे पर हल्के हाथों से मसाज करने से थोड़े दिनों के उपरांत चेहरे की झाइयाँ कम हो जाएँगी और रंगत भी निखर जाएगी।


मसूर की दाल को रात को दूध में भिगोकर पीस लें तथा सुबह इस लेप को चेहरे पर लगाएँ।


आधा कटोरी दही में एक चम्मच नींबू का रस तथा एक चम्मच संतरे का रस मिलाकर चेहरे पर लगाएँ।


पहले गुलाब जल में रुई भिगोकर प्रतिदिन अपना चेहरा साफ करें। फिर नीम के पत्ते, संतरे के छिलके तथा हल्दी को थोड़ा पानी पिलाकर पीस लें अब इस पेक में दही मिलाकर चेहरे पर लगाएँ।


जायफल को पानी या दूध में घिसकर झाइयों पर लगाएँ। और पानी भरपूर पिएँ इससे आपका खून साफ रहेगा, खून खराब रहने पर ही इस प्रकार की बीमारियाँ होती हैं। खट्टे, नमकीन, तीखे, उष्ण, दाहकारक, भारी, देर से हजम होने वाले तथा पित्त को कुपित करने वाले, मिर्च-मसालेदार पदार्थों का सेवन बंद कर दें।


घृतकुमारी यानी ग्वारपाठा का गूदा गाय के दूध में मिलाकर झाइयों पर लेप करें। लेप लगाने के बाद आधा घंटे लगा रहने दें। इसके बाद कुनकुने पानी से साफ कर दें। इसी तरह चंदनादि लेप का प्रयोग भी किया जा सकता है।


सुबह शौच के बाद खाली पेट एक ताजी मूली और उसके कोमल पत्ते चबाएं। थोड़ी सी मूली पीसकर चेहरे पर मलें। यह दोनों प्रयोग साथ-साथ एक माह तक करें व फर्क देखें।


प्याज के बीज पीसकर शहद के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाकर धीरे-धीरे मलें। 2-3 दिन यह क्रिया दोहराते रहें, इससे झाइयाँ दूर हो जाएँगी और त्वचा की कांति लौट आएगी।


खरबूज के बीज व छिलकों को थोड़ा पानी मिलाकर बारीक पीस लें। अप इस लेप को चेहरे पर 15 मिनिट तक लगा रहने दें। फिर पानी से चेहरा धो लें। इस पैक को रोजाना चेहरे पर लगाने से आपके चेहरे की झाइयाँ दूर होंगी।


पुरुष भी निखारे अपनी त्वचा आपके चेहरे पर, गले पर, बाँहों पर झुर्रियाँ पड़ गई हैं तो आप अंडे को सौंदर्य प्रसाधन के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। अंडे की सफेदी को फेंटें और उसमें थोड़ा नींबू को भी निचोड़ दें। अब इस फेस पैक को आँखों के हिस्से को छोड़कर पूरे चेहरे पर,बाँहों पर,गले पर लगाएँ। दस मिनट के बाद ठंडे पानी से इसे धो दें। अंडे की सफेदी त्वचा के खुले रोम छिद्रों को कसती है,जिससे ढीली त्वचा कस जाती है। झुर्रियों वाली त्वचा के लिए यह एक बढ़िया फेस पैक है।


पत्थर पर पानी के साथ जायफल को घिसें और लेप तैयार कर लें। इस लेप को नेत्रों की पलकों पर और नेत्रों के चारों तरफ लगाने से नेत्र ज्योति बढ़ती है, चेहरे की त्वचा की झाइयाँ और धब्बे आदि दूर होते हैं। लगातार कुछ दिनों तक लेप लगाना चाहिए।


ठंड में चेहरे पर दाग-धब्बे पड़ जाते हैं, उन्हें मिटाने के लिए नींबू के छिलके पर चीनी के कुछ दाने डालकर उसे तब तक हलके हाथ से त्वचा पर मलते रहें, जब तक चीनी घुल नहीं जाती। यह तरीका काली कोहनियों व हाथ-पैरों की त्वचा पर आजमाएँ।


साबुन का कम से कम प्रयोग करें क्योंकि साबुन से त्वचा की शुष्कता और बढ़ जाती है। त्वचा को मुलायम और कोमल बनाए रखने के लिए साबुन का प्रयोग कम करना आवश्यक है। नहाने के बाद जाड़े का मौसम हो तो नारियल के तेल से त्वचा की मालिश करें। इससे त्वचा की कोमलता बनी रहती है।

उपचार और प्रयोग-