लहसुन को वैसे तो तामसिक यानी काम व गुस्से की भावना बढ़ाने वाला माना गया है। लेकिन लहसुन के औषधिय गुण इन बुराईयों से कही अधिक बढ़कर हैं। ये गुण ऐसे हैं जिन्हें बहुत कम लोग जानते हैं। हम आपको आज बताने जा रहे हैं लहसुन के ऐसे ही गुणों के बारे में-
लहसुन में पाए जाने वाले तत्व - लहसुन में प्रोटीन 6.3 प्रतिशत,वसा 0.1 प्रतिशत, कार्बोज 21 प्रतिशत, खनिज पदार्थ- 1 प्रतिशत, चूना 0.3 प्रतिशत तथा लोहा1.3 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम होता है। इसके अतिरिक्त वीटामिन ए, बी, सी एवं सल्फ्यूरिक एसिड विशेष मात्रा में पाई जाती है।
लहसुन में पाए जाने वाले तत्व - लहसुन में प्रोटीन 6.3 प्रतिशत,वसा 0.1 प्रतिशत, कार्बोज 21 प्रतिशत, खनिज पदार्थ- 1 प्रतिशत, चूना 0.3 प्रतिशत तथा लोहा1.3 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम होता है। इसके अतिरिक्त वीटामिन ए, बी, सी एवं सल्फ्यूरिक एसिड विशेष मात्रा में पाई जाती है।
विटामिन सी की कमी होने पर- जिनके शरीर में रक्त की कमी है, उन्हें लहसुन का सेवन अवश्य करना चाहिए, इसमें पर्याप्त मात्रा में लौह तत्व होता है जो कि रक्त निर्माण में सहायक होता है। लहसुन में विटामिन सी होने से यह स्कर्वी रोग से भी बचाता है।
कॉलेस्ट्रोल को कम करता है- कॉलेस्ट्रोल की समस्या से परेशान लोगों के लिए लहसुन का नियमित सेवन अमृत साबित हो सकता है।
कैंसर से रक्षा करता है- कैंसर के प्रति शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है। लहसुन में कैंसर निरोधी तत्व होते हैं। यह शरीर में कैंसर बढऩे से रोकता है। लहसुन के सेवन से ट्यूमर को 50 से 70फीसदी तक कम किया जा सकता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद- गर्भवती महिलाओं को लहसुन का सेवन नियमित तौर पर करना चाहिए। गर्भवती महिला को अगर उच्च रक्तचाप की शिकायत हो तो, उसे पूरी गर्भावस्था के दौरान किसी न किसी रूप में लहसुन का सेवन करना चाहिए।
कफ में लहसुन लाभदायक - ठंड या बदलते मौसम में अक्सर किसी भी उम्र के लोगों को कफ और जुकाम जैसी परेशानी हो जाती हैं। ऐसे में अगर आप लहसुन का नियमित रूप से सेवन करते हैं तो आप ऐसी छोटी-छोटी समस्याओं से बड़ी ही आसानी से निजात पा सकते हैं।
एंटीबायोटिक की तरह असरदार- लहसुन में एंटीबायोटिक दवाओं से अधिक गुण हैं, जिसकी वजह से वह रोगाणुओं का नाश करती है। यही कारण है कि घाव धोने के लिए लहसुन के एक भाग रस में तीन भाग पानी मिलाकर काम में लिया जाता है।
लहसुन का इस्तेमाल दांत की हड्डियों के आसपास होने वाले संक्रमण से बचाता है.
लहसुन में पाया जाने वाला सल्फाइड हृदय वाहिनी तंत्र को भी ठीक रखता है. शोध में इस बात की पुष्टि हुई है कि लहसुन खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित करता है. लहसुन चिकित्सा के बारे में मास्को के नेशनल कार्डियोलॉजिकल रिसर्च सेंटर में भी काफी शोध किया गया. 12 सप्ताह तक 42 लोगों के परीक्षण के बाद ये बात साबित हुई है कि लहसुन खाने के बाद खून में 7.6 प्रतिशत तक कोलेस्ट्रॉल में गिरावट आई है. इसका मतलब ये हुआ कि अगर हर दिन लहसुन का सेवन किया जाए तो दिल की धमनियों के संकरे होने का खतरा कम हो जाता है. इससे हार्टअटैक की संभावना भी काफी कम हो जाती है.
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