Thursday, August 20, 2015

व्यापार की उन्नति और सफलता के लिए-


मनुष्य अपनी उन्नति के लिए व्यवसाय शुरू करता है, किंतु कई बार यह देखने में आता है कि व्यक्ति मेहनत तो बहुत करता है, परंतु उतना लाभ उसको नहीं मिलता। जिससे वह हमेशा दुखी रहता है।आज हम आपको इस लेख में बताने का प्रयास कर रहे है कि किस -किस राशि के लोग व्यापार कर रहे है उनको क्या सावधानियां करनी चाहिए तथा क्या उपाय और मन्त्र तथा क्या टोटके भी है थोडा सा प्रयास से आपका व्यापार उन्नति की तरफ बढे तो आपका पारिवारिक जीवन सुखी होता है और मानसिक शांति आती है ..!


लगन और विश्वाश के साथ कुछ मन्त्र और प्रयोग जो आपको करने में आसान लगे अपनाए यहाँ ये पूर्ण प्रभावी मन्त्र उन सभी के लिए दिया जा रहा है जो व्यापार में घोर निराशा में डूबे है करे और ईश्वर के आशीर्वाद से व्यापार में अत्यंत लाभ मिलेगा।लेकिन पहले हम जानते है राशियों के अनुसार आप क्या करे क्युकि अक्सर देखा गया है कि कई लोगों के मन में अपना खुद का बिजनेस करने और सफल उद्यमी बनने की तमन्ना होती है। लेकिन कई बार बेहतर रिसर्च और जमीनी स्तर पर सारी तैयारियां करने के बाद भी व्यक्ति को सफलता नहीं मिलती।


इसके पीछे ज्योतिषीय कारण भी हो सकते हैं। क्योंकि हर राशि की अपनी एक अलग खासियत होती है जो व्यक्ति को बिजनेस की दुनिया में सफल बना सकती है। जाने ...!


मेष (Aries)- मेष राशि के जातकों में जन्म से लीडरशिप क्वॉलिटी होती है और उन्हें किसी चीज का प्रभारी बनना अच्छा लगता है। हालांकि इनमें कूटनीतिक आचरण की कमी होती है। सफल व्यवसाय करने के लिए जरुरी है कि मेष राशिवाले लोगों और परिस्थितियों को चतुराई से हैंडल करना सीखें।

वृष (Tauras)- वृष राशि वाले अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। लेकिन अधिकतर समय यह लोग पुराने और रुढ़िवादी तरीकों पर ही ज्यादा भरोसा करते हैं। अपने व्यापार को नई ऊंचाईयों तक ले जाने के लिए जरुरी है कि वृष राशि के लोग नई तकनीक और नए दृष्टिकोण का इस्तेमाल करें।

मिथुन (Gemini)- इस राशिवालों की खासियत यह है कि यह लोग किसी को भी कोई भी काम करने के लिए आसानी से राजी कर सकते हैं। लेकिन कई बार जरुरत से ज्यादा बोलने की वजह से किसी रहस्य की बात को छिपाकर नहीं रख पाते। बिजनेस में सफल होने के लिए जरुरी है कि मिथुन राशिवाले सहनशील बनें और स्थिर रहना सीखें।

कर्क (Cancer)- व्यापार-व्यवसाय के प्रति गहरी रुचि की वजह से कर्क राशिवाले अपने क्लायंट को खुश रखने जानते हैं। लेकिन कई बार गुजरते समय के साथ ये लापरवाह हो जाते हैं और बिजनेस में दिलचस्पी खो देते हैं। अपने व्यवसाय को ऊंचाईयों पर बनाए रखने के लिए जरुरी है कि कर्क राशिवाले व्यवसाय में अपनी लय और दिलचस्पी बरकरार रखें।

सिंह (Leo)- सिंह राशिवाले बेहतर नेता, संयोजक और प्रबंधक होते हैं। लेकिन कई बार अनिश्चितता या नुकसान होने पर यह जल्दी घबरा जाते हैं और खुद को परेशानी में डाल लेते हैं। व्यापार में सफल होने के लिए जरुरी है कि ये समय के साथ चलना सीखें। साथ ही दूसरों पर अपनी बात थोपने की बजाए उनके विचार और सुझावों को भी सुनना चाहिए।

कन्या (Virgo)- कन्या राशिवाले पर्फेक्शनिस्ट होते हैं और घटिया काम उनसे बर्दाश्त नहीं होता। ये चाहते हैं कि लोग इनकी निपुणता और उत्कृष्टता की बराबरी करें। रुकावटें आने पर ये बड़ी जल्दी उदास हो जाते हैं। व्यवसाय में सफल होने के लिए जरुरी है कि कन्या राशिवाले अपनी भावनाओं और स्वभाव पर काबू रखें।

तुला (Libra)- अपने कूटनीतिक आचरण और बेहतर संपर्कों की वजह से तुला राशिवाले बिना समय गंवाए अपने व्यवसाय के लिए क्लायंट और निवेशकों को तैयार कर लेते हैं। लेकिन उनकी हिचकिचाहट और उतावलापन कई बार दूसरों को हैरान कर देती है। सकारात्मक नजरिया और दृढ़ दृष्टिकोण के साथ तुला राशिवाले अपने व्यापार को ऊंचाईयों तक ले जा सकते हैं।

वृश्चिक (Scorpio)- बिजनेस में सफल होने के लिए वृश्चिक राशिवाले कई बार लंबे समय तक बिना रुके प्रेशर में काम कर लेते हैं। वे अपने जुनून का कुछ इस तरह अनुसरण करते हैं कि दूसरे लोग कई बार उन्हें गलत समझ लेते हैं। व्यापार में सफल होने के लिए जरुरी है कि वृश्चिक राशि वाले लोगों और परिस्थितियों को चतुराई से हैंडल करना सीखें।

धनु (Sagittarius)- धनु राशिवाले किसी प्रोजेक्ट को शुरू तो पूरे उत्साह के साथ करते हैं लेकिन यदि उसका परिणाम आने में थोड़ा वक्त लगता है तो वो तुरंत ही पहले वाले को छोड़कर दूसरे प्रोजेक्ट में लग जाते हैं। कई बार इनका व्यवहार अविवेकी हो जाता है। यदि धनु राशिवाले व्यापार में सफल होना चाहते हैं तो उन्हें सीखना होगा कि किस तरह एक काम को खत्म करने के बाद ही दूसरे काम की ओर बढ़ें।

मकर (Capricorn)- मकर राशिवाले व्यवसाय में चुपचाप, विचार और विमर्श और दृढ़ता के साथ आगे बढ़ते हैं। वो ऐसा पद या दर्जा हासिल करना पसंद करते हैं जहां उन्हें संचालन का ज्यादा से ज्यादा अधिकार मिल सके। उनके इस व्यवहार को कई बार उनके साथी ही गलत समझ लेते हैं। अपनी भावनाओं पर पूरा नियंत्रण ही मकर राशिवालों के लिए बिजनेस में सफल होने का मूल मंत्र है।

कुंभ (Aquarius)- इस राशि के लोग कड़ी मेहनत करने वाले और बेहद उत्साही होते हैं जो अपने व्यवसाय को सफल बनाने के लिए पूरा जोर लगा देते हैं। कई बार दबाव और चिंता में ये लोग बेहद आक्रामक और असभ्य व्यवहार कर देते हैं। कुंभ राशिवालों के लिए बिजनेस में सफल होने के दो मूल मंत्र हैं। अपने गुस्से पर काबू पाना और तनाव से कैसें निपटें ये सीखना।

मीन (Pisces)- मीन राशि के जातक अक्सर जोश और मोह-माया से प्रभावित होते हैं। और अक्सर इनका व्यापार कल्पनाशक्ति, रचनात्मकता और मुनाफे से भरा होता है। लेकिन इस प्रक्रिया में ये लोग कई बार हकीकत से दूर हो जाते हैं। सफल बिजनेस के लिए जरुरी है कि मीन राशि वाले बेहतर प्लानिंग करें और हकीकत के धरातल पर रहें।


अब आप जाने कि व्यापार में मंदी है या उन्नति नहीं हो रही है या घाटा हो रहा है तो क्या करे इनको आप खुद कर सकते है किसी धूर्त पाखंडी लोगो के चक्कर में पड़ कर और नुकसान न करे ...!


अगर आपका व्यापार-व्यवसाय मंदा चल रहा है। किसी भी काम के शुरू करने के बाद उसमें ऐसा लाभ नहीं मिलता जैसा सोच रहे हैं, दुकान खुब सजाधजा कर रखने पर भी उसमें ग्राहक नहीं आते तो अब चिंता की बात नहीं है। हम आपको ऐसे कुछ सिद्ध टोटके बता रहे हैं जिससे थोड़े से प्रयास से आपको बेहतर परिणाम मिलेंगे। लेकिन इन प्रयोगों को करने से पहले आपको मन में कुछ बातें ठाननी पड़ेंगी। एक, हमेशा सत्य बोलेंगे, दूसरों का अहित नहीं करेंगे और तीसरा हमेशा अपना श्रेष्ठतम परिणाम देंगे। जब आप कोई टोटका प्रयोग में ला रहे हों तो इसके बारे में किसी को बताए नहीं, इससे टोटके का प्रभाव कम हो जाता है। इन टोटकों को आजमाइए, लाभ जरूर मिलेगा।


व्यापार बढाने के लिए :-
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शुक्ल पक्ष में किसी भी दिन अपनी फैक्ट्री या दुकान के दरवाजे के दोनों तरफ बाहर की ओर थोडा सा गेहूं का आटा रख दें-ध्यान रहे ऐसा करते हुए आपको कोई देखे नही-और पूजा घर में अभिमंत्रित श्री यंत्र रखें-तथा शुक्रवार की रात को सवा किलो काले चने भिगो दें-दूसरे दिन शनिवार को उन्हें सरसों के तेल में बना(घुघरी ) लें- अब उसके तीन हिस्से कर लें- उसमें से एक हिस्सा घोडे या भैंसे को खिला दें- दूसरा हिस्सा कुष्ठ रोगी को दे दें या किसी अपाहिज या गरीब भिखारी को दे दे  और तीसरा हिस्सा अपने सिर से घडी की सूई से उल्टे तरफ तीन बार वार कर किसी चौराहे पर रख दें - यह प्रयोग आप 40 दिन तक करें- कारोबार में लाभ होगा-मगर दुकान में काम करने वाले नौकर को अपशब्द न प्रयोग करे जहाँ तक कोशिश करे कि खुश दिखे ...!


शनिवार को पीपल के पेड़ से एक पत्ता तोड़ लाएं, उसे धूप-बत्ती दिखाकर अपनी दुकान की गद्दी  जिस पर आप बैठते हैं, उसके नीचे रख दें। सात शनिवार तक लगातार ऐसा ही करें। जब गद्दी  के नीचे सात पत्ते इकट्ठे हो जाएं तो उन्हें एक साथ किसी तालाब या कुएं में बहा दें। व्यवसाय चल निकलेगा।


किसी ऐसी दुकान जो काफी चलती हो वहां से लोहे की कोई कील या नट आदि शनिवार के दिन खरीदकर, मांगकर या उठाकर ले आएं। काली उड़द के 10-15 दानों के साथ उसे एक शीशी में रख लें। धूप-दीप से पूजाकर ग्राहकों की नजरों से बचाकर दुकान में रख लें। व्यवसाय खुब चलेगा।


शनिवार को सात हरी मिर्च और सात नींबू की माला बनाकर दुकान में ऐसे टांगें कि उस पर ग्राहक की नजर पड़े।


व्यापार स्थल पर किसी भी प्रकार की समस्या हो, तो वहां श्वेतार्क गणपति तथा एकाक्षी श्रीफल की स्थापना करें। फिर नियमित रूप से धूप, दीप आदि से पूजा करें तथा सप्ताह में एक बार मिठाई का भोग लगाकर प्रसाद यथासंभव अधिक से अधिक लोगों को बांटें। भोग नित्य प्रति भी लगा सकते हैं।


यदि आपको लगता है कि आपका कार्य किसी ने बांध दिया है और चाहकर भी उसमें बढ़ोतरी नहीं हो रही है व सब तरफ से मन्दा एवं बाधाओं का सामना करना पड़रहा है। ऐसे में आपको साबुत फिटकरी दुकान में खड़े होकर 31 बार वार दें और दुकान से बाहर निकल कर किसी चौराहे पर जाकर उत्तर दिशा में फेंक कर बिना पीछे देखें वापस आ जाएं। नजरदूर हो जाएगी और व्यापार फिर से पूर्व की भांति चलने लगेगा।


व्यापार व कारोबार में वृद्धि के लिए आप एक नीबू लेकर उस पर चार लौंग गाड़ दें और उसे हाथ में रखकर निम्नलिखित मंत्र का 21 बार जप करें। जप के बाद नीबू को अपनी जेब में रख कर जिनसे कार्य होना हो, उनसे जाकर मिलें।


"ओइम क्ली श्री हनुमते नमः"

इसके अतिरिक्त शनिवार को पीपल का एक पत्ता गंगा जल से धोकर हाथ में रख लें और गायत्री मंत्र का 21 बार जप करें। फिर उस पत्ते को धूप देकर अपने कैश बॉक्स में रख दें। यह क्रिया प्रत्येक शनिवार को करें और पत्ता बदल कर पहले के पत्ते को पीपल की जड़ में में रख दें। यह क्रिया निष्ठापूर्वक करें, कारोबार में उन्नति होगी।


आपके व्यापार में मंदी आ गयी है या नौकरी में मंदी आ गयी है तो यह करें। किसी साफ़ शीशी में सरसों का तेल भरकर उस शीशी को किसी तालाब या बहती नदी के जल में डाल दें। शीघ्र ही मंदी का असर जाता रहेगा और आपके व्यापार में जान आ जाएगी।


कारोबार में नुकसान हो रहा हो या कार्यक्षेत्र में झगडा हो रहा हो तो आप अपने वज़न के बराबर कच्चा कोयला लेकर जल प्रवाह कर दें... ! अवश्य लाभ होगा .....!


उपरोक्त प्रयोग के साथ-साथ ये भी करे व्यापार की सफलता के लिए :-
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दुकान के भवन में ईशान कोण को बिल्कुल खाली रखें। पानी की व्यवस्था इस कोण में करें। प्रातः दुकान खोलते वक्त पीने का पानी भरकर रखें व पांच तुलसी के पत्तें इस पानी में डालकर रखें।


पूजा स्थान भी ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में रखें।


ईशान कोण की स्वच्छता ग्राहकों को आकर्षित करती है इसलिए इस स्थान को साफ- सुथरा बनाए रखें।


दुकान में भारी सामान या जूते-चप्पल ईशान कोण में रखें हुए हैं तो तुरन्त हटा दें क्योकिं ये व्यापार में भारी नुकसान करवाने वाला होता हैं। ऐसा कोई सामान यदि है तो उसे दक्षिण-पश्चिम दिशा में व्यवस्थित करें।


दुकान में माल का भण्डारण उत्तर दिशा में करें। लंबे समय तक रखे जाने वाले माल को दक्षिण में, स्टॉक खत्म करने वाले माल को वायव्य कोण में स्थान दें।


अग्नि से संबंधित चीजें बिजली का मीटर, स्विच बोर्ड और इनवर्टर आदि की व्यवस्था आग्नेय कोण में करें।


सीढ़ियां ईशान कोण के अतिरिक्त किसी भी दिशा में रख सकते हैं।


दुकान के मालिक का बैठने का स्थान नैऋत्य कोण में या दक्षिण दिशा में इस प्रकार हो कि मुख पूर्व या उत्तर में रहें।

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