Monday, November 03, 2014

मच्छरों को दूर भगाने वाले घरेलू पौधे

मानसून के समय मच्छर बहुत परेशानी पैदा करते हैं और बाहर बैठने का मजा भी किरकिरा करते हैं| मच्छर के काटने से खुजली पैदा होती है साथ ही यह मलेरिया जैसी बिमारियों को भी जन्म देते हैं। मच्छरों को दूर रखने के लिए लोग मॉस्किटो रिप्लीयन्ट क्रीम और हर्बल मॉस्किटो लोशन इस्तेमाल करते हैं। कुछ लोगों को इससे एलर्जी भी होती है और वे इनके काटने से नाक, त्वचा और गले से सम्बंधित समस्याओं के शिकार हो जाते हैं। 

लोग मच्छरों को भगाने के लिए केमिकल्स भी इस्तेमाल करते हैं लेकिन वह भी स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए नुकसानकारी है। यदि आप प्राकृतिक रूप से मच्छरों से छुटकारा चाहते हैं तो मॉस्किटो रिप्लीयन्ट प्लांट्स अपने बगीचे में लगाएं। ये मॉस्किटो रिप्लीयन्ट पौधे आपको ना केवल मच्छरों से निजात दिलाएंगे बल्कि आपके बगीचे की सुंदरता भी बढ़ाएंगे। हम आपको बता रहे हैं आपके घर के लिए कुछ मॉस्किटो रिप्लीयन्ट प्लांट्स... मॉस्किटो रिप्लीयन्ट प्लांट्स...
  • ज़मेरी अपने आप में एक प्राकृतिक मॉस्किटो रिप्लीयन्ट है| रोजमेरी के पौधे 4-5 फ़ीट तक लम्बे होते हैं और इनके नीले फूल होते हैं| गर्म मौसम में ये बढ़ते हैं| सर्दी के मौसम में ये नहीं बचते हैं और इन्हे गर्मी की जरुरत होती है| इसलिए रोजमेरी को गमले में उगाएं और सर्दियों में इन्हे घर के अंदर रखें| रोजमेरी का इस्तेमाल मौसमी कुकिंग के लिए भी होता है|
  • सिट्रोनेला ग्रास मच्छरों को दूर करने का अच्छा स्त्रोत है। यह 2 मीटर तक बढ़ती है और इसके फूल लॅवेंडर जैसे रंग के होते हैं| इस ग्रास से निकलने वाला सिट्रोनेला ऑयल मोमबत्तियों, परफ्यूम्स, लैम्प्स आदि हर्बल प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल किया जाता है। सिट्रोनेला ग्रास डेंगू पैदा करने वाले मच्छरों (एडीज एजिप्टी) को भी दूर करती है। मच्छरों को दूर करने के लिए सिट्रोनेला ऑयल को बगीचे में जलने वाली कैंडल्स और लालटेंस में छिड़क दें। सिट्रोनेला ग्रास में जीवाणु रहित तत्व (एंटी- फंगल प्रॉपर्टी) भी मौजूद हैं| सिट्रोनेला ग्रास स्किन के लिए भी सुरक्षित है और लम्बे समय तक भी असरकारक है। इसके साथ ही यह किसी प्रकार का नुकसान भी नहीं पहुंचाता है।
  • गेंदें के फूलों में एक गंध होती है जो इंसानों और मक्खी - मच्छरों को पसंद नहीं आती है। ये पौधे 6 इंच से 3 फ़ीट तक बढ़ते हैं| गेंदें के पौधे अफ्रीकन और फ्रेंच दो तरह के होते हैं ये दोनों ही मॉस्किटो रिप्लीयन्ट हैं। गेंदें के पौधे अब्जियों के पास ही उगाये जाते हैं क्यों कि ये एफिड्स और अन्य कीड़ों को दूर रखते हैं। गेंदे के फूल पीले से डार्क ऑरेंज और लाल रंग के होते हैं। चूँकि ये सूरज की रौशनी में बढ़ते हैं इसलिए छायां में इनकी ग्रोथ रूक जाती है। मच्छरों को दूर रखने के लिए इन्हे बाड़े में, पोर्च में या बगीचे में उगाएं।

  • कैटनिप एक औषधि है जो पोदीने जैसी होती है| हाल ही में इसे भी मॉस्किटो रिप्लीयन्ट माना गया है| हाल ही में किये गए अध्ययन के अनुसार ये डीईईटी से 10 गुना ज्यादा असरकारक है| यह एक एक बारहमासी पौधा है जो धूप में और आंशिक छायां में बढ़ता है| इसके फूल सफ़ेद और लॅवेंडर कलर के होते हैं| मच्छरों को दूर रखने के लिए इसे घर के पिछवाड़े या छत पर उगाएं| बिल्लियों को इसकी सुगंध अच्छी लगती है इसलिए बाड़ लगाकर इसका बचाव करें| इसकी मसली हुई पत्तियां या इसका लिक्विड स्किन पर लगा सकते हैं|

  • एग्रेटम प्लांट भी एक अच्छा मॉस्किटो रिप्लीयन्ट है। इस प्लांट के फूल हल्के नीले और सफ़ेद होते हैं जो कौमारिन पैदा करते हैं| कौमारिन एक भयंकर गंध है जो मच्छरों को दूर रखती है।कौमारिन का इस्तेमाल कमर्शियल मॉस्किटो रिप्लीयन्ट और परफ्यूम इंडस्ट्री में होता है। एग्रेटम को स्किन पर ना रगड़ें क्यों कि इसमें कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो कि स्किन के लिए नुकसानकारी हैं। ये गर्मियों के दौरान सूर्य की पूरी और आंशिक रौशनी में खिलते हैं।
  • हॉर्समिंट भी मच्छरों को दूर करने में मददगार है। यह एक बारहमासी पौधा है जिसे किसी विशेष देखभाल की जरुरत नहीं है। इसकी गंध सिट्रोनेला जैसी ही होती है। ये पौधे गर्म मौसम में और रेतीली मिटटी में उगते हैं। इनके फूल गुलाबी होते हैं। अपने ऑयल में मौजूद थाइमोल जैसे एक्टिव इंग्रीडेंट के कारण ये कवक और बैक्टीरियानाशी हैं। बुखार के इलाज में भी इनका इस्तेमाल होता है।
  • नीम का पौधा एक बेहतर मॉस्किटो रिप्लीयन्ट है। इसमें कीड़ों मकोड़ों और मच्छरों को दूर रखने का तत्व मौजूद है| बाजार में नीम बेस्ड अनेकों मॉस्किटो रिप्लीयन्ट और बाम उपलब्ध हैं| मच्छरों को भगाने के लिए आप अपने बाड़े में नीम उगा सकते हैं। आप नीम की पत्तियों को जला सकते हैं या नीम का तेल केरोसीन लैंप और सिट्रोनेला फ्लेर्स में इस्तेमाल कर सकते हैं। मच्छरों को दूर भगाने के लिए आप स्किन पर नीम का तेल भी रगड़ सकते हैं। नीम के मॉस्किटो रिप्लीयन्ट तत्व मलेरिया की रोकथाम के लिए भी उपयोगी है।
  • मच्छरों को दूर रखने के लिए लैवेंडर एक शानदार पौधा है| लैवेंडर आसानी से उग जाता है क्यों कि इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती है। यह 4 फ़ीट की हाइट पर उगता है और इसे सूर्य की धूप की आवश्यकता होती है। केमिकल फ्री मॉस्किटो सोल्युशन बनाने के लिए लैवेंडर ऑयल को पानी में मिलाकर सीधे स्किन पर लगा सकते हैं। मच्छरों पर नियंत्रण करने के लिए इस पौधे को बैठने की जगह लगाएं। इन्हें दूर रखने के लिए लैवेंडर ऑयल को गर्दन, कलाई और घुटनों पर भी लगा सकते हैं।
  • तुलसी का पौधा भी एक मॉस्किटो रिप्लीयन्ट है। तुलसी एक ऐसी जड़ी बूटी है जो कि बिना दबाये ही अपनी खुशबु फैलाता है। मच्छरों को दूर रखने के लिए तुलसी को गमले में उगाएं और घर के पिछवाड़े रखें। आप तुलसी की पत्तियों को मसलकर त्वचा पर भी रगड़ सकते हैं। खाने को जायकेदार बनाने के लिए भी तुलसी का इस्तेमाल किया जाता है। आप किसी भी किस्म की तुलसी उगा सकते हैं लेकिन दालचीनी तुलसी, नीम्बू तुलसी और पेरू तुलसी अपनी तेज सुगंध के कारण ज्यादा उपयोगी है।
  • लेमन बाम भी मच्छरों को दूर रखता है। लेमन बाम तेजी से बढ़ता है और इसे कमरे में रखना होता है। लेमन बाम की पत्तियों में सिट्रोनेला की अधिकता होती है। कई कमर्शियल मॉस्किटो रिपलियंट्स में इसका इस्तेमाल होता है। लेमन बाम की कुछ किस्मों में 38 प्रतिशत तक सिट्रोनेला की मात्रा होती है। मच्छरों को दूर रखने के लिए इसे बाड़े में उगाएं। मच्छरों से लड़ने के लिए आप लेमन बाम की पत्तियों को रगड़कर स्किन पर भी लगा सकते हैं।

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