कमर दर्द महिलाओं को अक्सर होने वाली समस्या है। ज्यादा देर तक बैठे-बैठे कार्य करना, खड़े रहना, बैठना या कार्य करने का गलत ढंग, नरम गद्दों पर सोने, एकाएक गलत तरीके से भारी वजन उठा लेने इत्यादि विभिन्न कारणों से कमर दर्द हो सकता है। पेशीय खिंचाव या मानसिक तनाव के कारण भी कमर दर्द हो सकता है।
* महिलाओं में गर्भाशय के विभिन्न विकारों से भी कमर दर्द की शिकायत होती है।
* महिलाओं में गर्भाशय के विभिन्न विकारों से भी कमर दर्द की शिकायत होती है।
लक्षण :-
====
कमर में घोर पीड़ा, टनटनाहट, उठने-बैठने में कष्ट, सुबह उठने पर कमर दर्द ज्यादा होना, झुकने पर कमर दर्द का होना इत्यादि प्रमुख लक्षण है। इस रोग में विशेष बात यह ध्यान रखने की है कि आप कुर्सी पर या जमीन पर जब भी बैठे, सीधे सतर्क ही बैठें। सोने के लिए सख्त बिस्तर ही काम में लें।
कमर दर्द से बचने के लिए कुछ विशेष नियम इस प्रकार है :-
एक चम्मच नींबू का रस,एक चम्मच लहसुन रस, दो चम्मच पानी सब मिलाकर दिन में दो बार पिये। कमर दर्द ठीक होगा।
सरसों का तेल सौ ग्राम देशी कपूर बीस ग्राम दोनों मिलाकर शीशी में भर दें कपूर गलने पर उस तेल की मालिश करें। मेथी की सब्जी खाने से लाभ होता है।
अदरक के रस में घी मिलाकर पिये कमर दर्द ठीक होगा।
जायफल को पानी में पिसकर तिल के तेल के साथ अच्छी तरह गर्म करें। फिर सहता हुआ रख कर कमर की मालिश करें। तीन-चार वर्ष पुराना मिर्च का आचार का तेल एक चम्मच कोई दूसरा तेल दस चम्मच मिलाकर किसी भी दर्द वाले स्थान पर मालिश करें।
मिट्टी के तेल से कमर पर रात को मालिश करें। दर्द ठीक होगा।
गेहूं की रोटी एक ओर से सेंक लें और एक से कच्ची रखें। कच्ची की ओर तिल का तेल लगाकर दर्द वाली जगह पर बांध लें।
रात में 60 ग्राम गेहूं के दाने पानी में भिगो दें। सुबह गेहूं के भीगे हुए इन दानों के साथ 30 ग्राम खसखस तथा 30 ग्राम धनिये की मींगी मिलाकर बारीक पीस लें। इस चटनी को दूध में पका लें और खीर बना लें। इस आवश्यकतानुसार 10 -15 दिन तक खाने से कमर दर्द दूर होकर ताकत बढ़ती है। इससे पाचन शक्ति की कमजोरी भी मिटती है।
खसखस और मिश्री दोनों बराबर मात्रा में लेकर कूट-पीसकर चूर्ण बना लें। 6 ग्राम पूर्ण प्रतिदिन सुबह-शाम खाएं और ऊपर से गर्म दूध पीएं।
तारपीन के तेल की मालिश करें। चावल, माह की दाल, मैदा आदि की बनी हुई और तली हुई चीजें न खाएं। गर्म पानी पीएं। यदि ठंडा पानी पीना हो तो उबलते हुए पानी में चार तुलसी के पत्ते अथवा एक बड़ी इलायची या दो छोटी इलायची पीसकर डाल दें। फिर सुबह का उबाला हुआ पानी शाम तक पीएं और शाम का सुबह तक।
कमर दर्द, घुटनों का दर्द और गठिया में हर रोज प्रात: खाली पेट तीन-चार अखरोट की गिरियों को अच्छी तरह चबाकर खाने से बहुत लाभ होता है और रक्त शुध्द होता है। लगातार दो सप्ताह तक खाएं।
दूध में सौठ का चूर्ण डालकर सुबह-शाम लेने से कटिशूल मिटता है।
अजवायन को किसी साफ वस्त्र में लेकर उसकी पोटली बनाकर तवे पर गर्म करें तथा कमर पर उसका सेंक दें।
पानी में पिसा हुआ जीरा और शक्कर मिलाकर नियमित सेवन करने से कुछ ही दिनों में कमर का दर्द और प्रदर संबंधी रोग दूर हो जाते हैं।
एक किलो सरसों के तेल में 250 ग्राम लहसुन , 50 ग्राम अजवाइन , 20 ग्राम लौंग डालकर आग पर तब तक गर्म करें, जब तक कि सभी सामान जल न जाए। इस तेल को छानकर शीशी में भर लें और दिन में दो बार मालिश करें।
No comments:
Post a Comment