Monday, August 05, 2013

अश्वगंधा

अश्वगंधा, जिसे कि विन्टर चेरी भी कहा जाता है, एक
अत्यन्त लोकप्रिय आयुर्वेदिक औषधि है।
वनस्पति शास्त्र में इसे “withania somnifera” के नाम से जाना जाता है। अश्वगंधा का प्रयोग तनाव मुक्ति के लिये किया जाता है। अध्ययन से ज्ञात हुआ है
कि अश्वगंधा में “एन्टी इंफ्लेमेटरी”, “एंट ट्यूमर”, “एंटी स्ट्रेस” तथा “एंटीआक्सीडेंट”गुण पाये जाते हैं।

• आयुर्वेद में अश्वगंधा कोएक ऐसा रसायन माना जाता है
जो कि स्वास्थ्य तथा आयु में वृद्धिकारक है।

• अश्वगंधा मनोवैज्ञानिक क्रियाओं को सामान्य
बनाये रखता है।

• अश्वगंधा के जड़ तथा फलियों को आयुर्वेदिक औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है।

• भारत में अश्वगंधा का प्रयोग प्रायः मानसिक कमियों को दूर करने के लियेकिया जाता है।

अश्वगंधा एक झाड़ीदार रोमयुक्त पौधा है। अश्वगंधा कहने को एक पौधा है, लेकिन यह बहुवर्षीय पौधा पौष्टिक
जड़ों से युक्त है। अश्वगंधा के बीज, फल एवं छाल
का विभिन्न रोगों के उपचार में प्रयोग किया जाता है।
आइए जानें अंश्वगंधा पौधें के अनेक फायदों के बारे में।

• अश्वगंधा पौधे की पत्तियां त्वचा रोग, शरीर की सूजन
एवं शरीर पर पड़े घाव और जख्म भरने जैसी समस्या से
लेकर बहुत सी बीमारियों मेंभी बहुत उपयोगी है

• अश्वगंधा के पौधे को पीसकर लेप बनाकर लगाने से शरीर
की सूजन, शरीर की किसी विकृत ग्रंथि और किसी भी तरह के फुंसी-फोड़ेको हटाने में काम आती है।

• अश्वगंधा पोधे की पत्तियों को घी, शहद पीपल इत्यादि के साथ मिलाकर सेवनकरने से शरीर निरोग रहता है।

• यदि किसी को चर्म रोग है तो उसके लिए भी अश्वगंधा जड़ीबूटी बहुत लाभकरी है। इसका चूर्ण बनाकर तेल से साथ लगाने से चर्म रोग से निजात पाई जा सकती है।

• उच्चरक्तचाप की समस्या सेपीडि़त लोग यदि अश्वगंधा के चूर्ण का दूध के साथ नियमित सेवन करेंगे तो निश्चित तौर पर उनका रक्तचाप सामान्य हो जाएगा।

• शरीर में कमजोरी या दुर्बलता को भी अश्वगंधा तेल से मालिश कर दूर किया जा सकता है, इतना ही नहीं गैस
संबंधी समस्या में भी ये पौधा अत्यंत लाभदायक होता है।

• सांस संबंधी रोगों से निजात पाने के लिए अश्वगंधाके
क्षार को शहद को घी के साथ मिलाकर सेवन करने से
बहुत लाभ मिलता है।

• वृद्धावस्था में होने वाली बीमारियों को दूर करने, तरोताजा रहने और ऊर्जावान बने रहने के लिए अश्वगंघा चूर्ण को प्रतिदिन दूध के साथ लेना चाहिए।

इससे मस्तिष्क भी तेज होता है।

• इसके अलावा अश्वगंधा पौधेके और भी लाभ हैं। यह खाँसी, क्षयरोग तथा गठिया में भी यह लाभदायक है।

• अश्वगंधा पौधे की जड़ पौष्टिक होने के साथ ही पाचक अम्ल और प्लेग जैसी महामारियों से निजात
दिलाता है।

• औषधि के रूप में इसका उपयोग करके कई रोगों को दूर किया जाता है। वाकई अश्वगंधा पौधे के फायदे अनेक है।

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